जब जिम्मेदारी से भागना आदत बन जाए, तो विफलताओं का बोझ भी जनता पर डाल दिया जाता है।
मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल जी का बयान साफ़ दर्शाता है सरकार न तो अपनी नाकामी स्वीकार करना चाहती है, और न ही देश की सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने की नैतिक जिम्मेदारी निभा रही है।