#रक्षा_भाईनहीं_परमात्मा_करेगा बहन की भी भाई की भी
भाई की भी और बहन की भी।
ऋग्वेद मण्डल 10, सूक्त 161, 162 व 163 में लिखा है कि परमात्मा प्रत्येक रोग से अपने भक्तों की रक्षा करता है। स्पष्ट है कि रोग, आपत्ति या दुर्घटना से रक्षा न भाई कर सकता है और न ही बहन ।
Real Savior God Kabir