हे मेरी राधा मैया
आज फिर अकेला बैठा हूँ दिल टूटा है लेकिन सवालों से ज़्यादा आपसे शिकायतें हैं।
हमने आपके प्रेम की कहानियाँ पढ़ीं
सुनीं समझी
आपने श्रीकृष्ण से प्रेम किया
पर कभी छल नहीं किया
कभी किसी और की ओर देखा नहीं
कभी वचन नहीं तोड़ा
कभी दिल नहीं तोड़ा
पर आज की राधाएं.
वो एक