लोकतंत्र के अलोकतांत्रिक प्रहरी जिनको सिर्फ अपने पिंजरे के बाहर की रोटी नजर आती है
सुभाष चंद्र बोस भगतसिंह खुदीराम रामप्रसाद आजाद ऊधमसिंह जैसे लाखों लोग अगर परिवार को बढा सकते थे तो या तो उन्हें गांधी और नेहरू सिखा सकते थे या आजाद भारत में मुलायम लालू ममता
#ShameOnURajeevRanjan