आजकल देख रहा हूं , यादव सभी इलेक्शन में अपनी पार्टी को जिताने के लिए ब्राह्मणों को उल्टा सीधा बोल रहे हैं।वो भी केवल इलेक्शन जीतने के लिए ,और कोई यादव उसका विरोध नहीं करता ।
अगर इतना ही विरोध है तो किसी ब्राह्मण से दोस्ती
मत करना ।न ही पूजा पाठ के लिए बुलाना।