चौखट पर तेरी प्रीत की बाट जोहता हूँ,
तू ही मेरा इंतज़ार, तू ही मेरा सुकून हूँ।
छोड़ा जहाँ को, तुझ में बस्ती है दुनिया,
तू ही मेरा घर, तू ही मेरा जुनून हूँ।
तमन्ना तेरी, दिल की हर धड़कन में बसी,
सदा के लिए तू ही मेरा मखमूरी रंग हूँ।
#बज़्म
𝕏 कलम-ए-हंस 𓂃✍︎