जो आईने में था दिखाता, मुझे वो सख्स चाहिए !
में खो गया हूं, मुझको मेरा अक्श चाहिए !
मेरी किस्मत के कागज, अब तक कोरे थे तो क्या !
नई कहानी लिखनी है, बस कुछ लफ्ज़ चाहिए ! यह सदियां लग गई, पत्थर को हीरा बनाने में।
मैं लौट आया हूं फिर से अब मुझे फिर से मेरा हमसफर चाहिए