मैं सुप्रिया सुले की इस टिप्पणी का पूर्णतः समर्थन करता हूँ।
यदि सुप्रिया/NCP व उनके साथी दल(चाहे कोई भी पार्टी हो) 2029 लोकसभा चुनावों में यह बात अपने मेनिफेस्टो में लिखकर वचन देते हैं कि वे जातिगत आरक्षण हटा देंगे तो मेरे और मेरे परिवार के वोट इन्हें/इनके साथी दल को जाएँगे।