वसंत पंचमी के साथ मिला, वेलेंटाइन-डे का रंग,
जैसे ससुराल में पत्नी मिले,और मिले साली का संग।
प्रेम के उपवन में मनाएँ, मधुमास का ये त्यौहार,
मरुस्थल की उमस भी लगे, जैसे सावन की बौछार।
भंग की तरंग-सा बना रहे, मिलन तुम्हारा अनंत,
इस वर्ष वेलेंटाइन-डे को, मिलने आया है वसंत ।