#GodMorningSaturday
"धरती पर अवतार"
गरीब, अनंत कोटि औतार है, नौ चितवै बुधि नाश।
खालिक खेलै खलक में, छै ऋतु बारहमास।।
परमात्मा के तो अनंत अवतार हो चुके हैं। वह तो एक पल में पृथ्वी पर, दूसरे पल (क्षण) में सतलोक में आता-जाता रहता है यानि कभी भी प्रकट हो जाता है।
#SantRampalJiQuotes