ये रीढ़विहीन नेता है, जिस राज्य से आता है वहां ये खुद बोल दिया ब्राह्मणों की चलती नहीं, इतना महत्व नहीं है क्योंकि वो सब हिंदुत्व और भीमटो के आगे झुक गए।
ब्राह्मण का नेतृत्व राजनीति में उत्तर भारत के ब्राह्मण कर सकते है बस, परन्तु उन्हें भी BJP ठिकाने(अलग-थलग) लगा दी है अभी।