"जाम पर जाम पीने से क्या फायदा, रात बीती सुबह को उतर जाएगी।
तू फकीरों की प्यालियां पी ले, तेरी सारी जिंदगी सुधर जाएगी।।"
अगर भीतर का रस दिलानेवाला, संप्रेक्षण शक्ति का फोर्स देनेवाला कोई संत मिल जाता है, तो मन को भीतर का स्वाद आता है। ज्यों भीतर का स्वाद आता है त्यों बाहर के कलह