बहन भाई के ललाट पर तिलक करती है "मेरे भैया का निर्मल विवेक जगे।"
अक्षत लगाती है "अक्षय सूझबूझ,ज्ञान और शांति बनी रहे।"
पतला सा धागा बांधती है "मेरे भैया की विकारों से सुरक्षा रहे।"
भाई भी उऋण होने के लिए वर्षभर, जीवनभर बहन की रक्षा करना मेरा कर्त्तव्य है।
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