Khushi इतिहास उठा कर देखो, जिन लोगों ने ईमानदारी और सरलता को अपनाया, वे या तो दर-दर भटके या सूली पर चढ़ा दिए गए।
तो सवाल यह है— क्या सच और सरलता सिर्फ किताबों के आदर्श वाक्य हैं, जबकि असली दुनिया उन लोगों की है जो चालाकी और स्वार्थ से खेलना जानते हैं?
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