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आलोक पटवारी

@alokpatwari

एक विधान 🇮🇳
एक निशान 🇮🇳
एक प्रधान। 🇮🇳
विनम्र निवेदन बिना अनुमति के टैग ना करें🙏

ID: 846685808

calendar_today26-09-2012 03:23:46

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सत्येन्द्र तिवारी//जय श्री राम🙏🏻🚩//जय हिन्द🇮🇳 (@satyendra_2011) 's Twitter Profile Photo

मराठी इतना कमजोर भाषा होता जा रहा है क्या? कि ये दोनों भाई कुपोषण का शिकार होता जा रहा है। मिरगी उठ रही है। जरा टोपी वाले को मारकर दिखा। कैसे गान फाड़ देता है। है गानी में दम?और छोटा पेंगुइन अबे तू तो अभी अभी जुम्मा जुम्मा स्कूल में हिंदी की कविता लिखता चौड़ा हो सुनाता फिरता था।

कैलाश मिश्र, (@misra_kailash) 's Twitter Profile Photo

हीनता की तिजारत! यह अपनी बौद्धिक हैसियत नहीं देखती कभी हर्ष जी से तो कभी सुधांशु त्रिवेदी जी के गले पड़ने की कोशिश करती है गजब वेवकूफ है

Unknown (@unknown345790) 's Twitter Profile Photo

कैलाश मिश्र, आलोक पटवारी चरवाहा विद्यालय सर्टिफाइड है इससे ज्यादा शालीनता नहीं दिखा सकती

सत्येन्द्र तिवारी//जय श्री राम🙏🏻🚩//जय हिन्द🇮🇳 (@satyendra_2011) 's Twitter Profile Photo

आलोक पटवारी 🤣🤣🤣 👌🏻👌🏻👌🏻 बिल्कुल। लेकिन जिस पर देखो उसी पर बजाने लगता है न। पता नहीं, कहां गायब हैं!

कैलाश मिश्र, (@misra_kailash) 's Twitter Profile Photo

जातीयता की जकड़न ढीली हुई है शहरों में तो कोई पूंछता भी नही कि कौन जात तू

सत्येन्द्र तिवारी//जय श्री राम🙏🏻🚩//जय हिन्द🇮🇳 (@satyendra_2011) 's Twitter Profile Photo

फुर्कत ए बीमार ए बदहवास समझकर सर ए आसमां से लटका दिया मौत के लिए एक मुस्कान ही बस काफी थी सरेआम फांसी चढ़ा दिया हम बीमार भला क्यूं न हो पतली अधर से झांकना और झटककर जुल्फ से मोती अपना मरीज बना दिया मौत के लिए एक मुस्कान बस काफी थी सरेआम फांसी चढा दिया ✍🏻 सत्येन्द्र तिवारी

फुर्कत ए बीमार ए बदहवास
समझकर सर ए आसमां
से लटका दिया 

मौत के लिए एक मुस्कान
ही बस काफी थी
सरेआम फांसी चढ़ा दिया

हम बीमार भला क्यूं न हो
पतली अधर से झांकना
और झटककर जुल्फ से मोती
अपना मरीज बना दिया 

मौत के लिए एक मुस्कान
बस काफी थी 
सरेआम फांसी चढा दिया

✍🏻 सत्येन्द्र तिवारी
सत्येन्द्र तिवारी//जय श्री राम🙏🏻🚩//जय हिन्द🇮🇳 (@satyendra_2011) 's Twitter Profile Photo

आलोक पटवारी ब्राह्मणों पर इसलिए कि यह बुद्धिजीवी हैं। शुरू से अबतक। अब इन लोगों को चुभ रहा है। दिमाग कहां से आएगा, बाकी कुछ ले लोगे न।

सत्येन्द्र तिवारी//जय श्री राम🙏🏻🚩//जय हिन्द🇮🇳 (@satyendra_2011) 's Twitter Profile Photo

आलोक पटवारी बिहार में एक कहावत है छोड़ला गुने बहकल जाए। यानि जबतक छोड़ा जाता है तब-तक आदमी खूब बहकता जाता है।

प्रवीण-पिंटू जी (@praveen84420838) 's Twitter Profile Photo

राहुल देव Rahul Dev स्वम्भू मनु द्वारा लिखित वरण व्यवस्था को पं. पप्पू जी राहुल जी ने अस्वीकृत कर दिया है। राहुल जी यूरोपीय पंडित अब हमें नई वरण व्यवस्था सिखाएंगे। इस पप्पू व्यवस्था में सारी कृषि भूमि, सारी इमारतें वक्फ संपत्ति होंगी। हिन्दू मुगलों की गुलामी करेंगे। आलोक पटवारी

आलोक पटवारी (@alokpatwari) 's Twitter Profile Photo

बिना ठसक वसूली का ग्राफ गिर गया था वही पुनर्स्थापना की चेष्टा है।

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यदि यह खबर सत्य है तो देश की ऐतिहासिक विजय मानी जाएगी।