𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻

@vishalbeingjain

शुद्ध बुद्ध चैतन्य घन स्वयं ज्योति सुख धाम

ID: 1462056774

calendar_today27-05-2013 13:12:07

5,5K Tweet

2,2K Followers

178 Following

Sarvarth Jain (@sarvarthjain) 's Twitter Profile Photo

परद्रव्य दुख के कारण नहीं, परद्रव्य से संबंध दुख के कारण हैं। जैसे: रोता हुआ बच्चा दुख का कारण नहीं है, “अपना” रोता हुआ बच्चा दुख का कारण है। ~ आ.बा.ब्र.रवीन्द्र जी 'आत्मन'

𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

अवश्य पढ़ने योग्य: सनावद के जिन मंदिर जी में प्रतिमाजी के पास में लगी यह प्रशस्ति

अवश्य पढ़ने योग्य:

सनावद के जिन मंदिर जी में प्रतिमाजी के पास में लगी यह प्रशस्ति
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

અહો..અહો.. શ્રી સદગુરુ કરૂણા સિંધુ અપાર, આ પામર પર પ્રભુ કર્યો અહો.. અહો.. ઉપકાર.. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

અહો..અહો.. શ્રી સદગુરુ કરૂણા સિંધુ અપાર, 
આ પામર પર પ્રભુ કર્યો અહો.. અહો.. ઉપકાર..
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

ज्ञान का फल तो वैराग्य है। इसीलिए जैसे जैसे ज्ञान साधना बढ़ती है वैसे वैसे पाप- पुण्य से विरक्त होकर जीव शुद्ध आत्मा में अनुरक्त होने लगता है। #Jainism

ज्ञान का फल तो वैराग्य है। 
इसीलिए जैसे जैसे ज्ञान साधना बढ़ती है 
वैसे वैसे पाप- पुण्य से विरक्त होकर 
जीव शुद्ध आत्मा में अनुरक्त होने लगता है।

#Jainism
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

अरहन्त सिद्ध सूरि उपाध्याय साधु सब अर्थ के प्रकाशी मांगलिक उपकारी हैं। तिनको स्वरूप जान राग तें भई जो भक्ति काया को नमाय के स्तुति उचारी है। धन्य धन्य आज सव काज तुमही सों भये कर जोरि बार-बार वन्दना हमारी है मंगल कल्याण सुख ऐसो हम चाहतु हैं होहु, मेरी ऐसी दशा जैसी तुम धारी हैं।

𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

प्रचारक बाद में, पहले धर्मी बनें धर्मी बनेंगे, तो प्रचार होगा ही। प्रकाश पुंज सूर्य की किरण को फैलने से कौन रोक सकता है ? धर्म (स्वानुभव) रहित प्रचार, बंध्या स्त्री द्वारा पुत्र को वसियत लिखने जैसा है। #Jainism

प्रचारक बाद में, पहले धर्मी बनें धर्मी बनेंगे, 
तो प्रचार होगा ही।
प्रकाश पुंज सूर्य की किरण को फैलने से कौन रोक सकता है ? 
धर्म (स्वानुभव) रहित प्रचार, बंध्या स्त्री द्वारा पुत्र को वसियत लिखने जैसा है।

#Jainism
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

आप अकेला अवतरे मरे अकेला होय । यों कबहुँ इस जीव को साथी सगा ना कोय ।। #बारह_भावना #Jainism

Tattvagyan (@prithvi525) 's Twitter Profile Photo

I request all Jains to watch the below movie (one time release today at 8:30 pm) Topic : History of Jainism Kindly subscribe to below channel to get notification : youtu.be/qBugOPPwQQo?fe… #SanatanJainDharma

I request all Jains to watch the below movie (one time release today at 8:30 pm) 

Topic : History of Jainism 

Kindly subscribe to below channel to get notification :

youtu.be/qBugOPPwQQo?fe…

#SanatanJainDharma
𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

अपने दोषों के करण एवं कर्ता तुम स्वयं ही हो, विश्व में अन्य कोई नहीं । #Jainism

अपने दोषों के करण एवं कर्ता तुम स्वयं ही हो,
विश्व में अन्य कोई नहीं ।

#Jainism
🕉 दिव्यध्वनि प्रसारण । Divyadhwani Prasaaran (@divyadhuni) 's Twitter Profile Photo

💫 आज वैशाख शुक्ल द्वितीया (29 अप्रैल 2025, मंगलवार) के दिन महान उपकारी, आध्यात्मिक सत्पुरुष पूज्य गुरुदेवश्री कानजी स्वामी का 136वाँ जन्म जयन्ती महोत्सव है। वीतराग जैन शासन की परंपरा में प्ररूपित यह पवित्र तत्त्वज्ञान स्व-पर उपकार में निमित्त बनें, यही सार्थक उपकार दिवस है।

💫 आज वैशाख शुक्ल द्वितीया (29 अप्रैल 2025, मंगलवार) के दिन महान उपकारी, आध्यात्मिक सत्पुरुष पूज्य गुरुदेवश्री कानजी स्वामी का 136वाँ जन्म जयन्ती महोत्सव है।

वीतराग जैन शासन की परंपरा में प्ररूपित यह पवित्र तत्त्वज्ञान स्व-पर उपकार में निमित्त बनें, यही सार्थक उपकार दिवस है।
🕉 दिव्यध्वनि प्रसारण । Divyadhwani Prasaaran (@divyadhuni) 's Twitter Profile Photo

पूज्य गुरुदेवश्री कानजी स्वामी के अनन्य शिष्य, श्री कुंदकुंद-कहान पारमार्थिक ट्रस्ट के माध्यम से वीतरागी तत्त्वज्ञान को जन-जन में प्रसारित करने वाले श्री अनंतराय अमुलखराय सेठ का देह परिवर्तन आज प्रातः 6 मई, 2025 (मंगलवार) हो गया है। 🕉️ दिव्यध्वनि प्रसारण

𝗕𝗲𝗶𝗻𝗴 𝗝𝗮𝗶𝗻 (@vishalbeingjain) 's Twitter Profile Photo

સંસારની કોઈ ગતિ સુખદાયક નથી. નિશ્ચય સમ્યગ્દર્શનથી જ પંચ પરાવર્તનરૂપ સંસાર પરિત થાય છે. બીજા કોઈ કારણથી - દયા, દાનાદિના શુભરાગથી સંસાર તૂટે નહિ. સંયોગો સુખ દુઃખના કારણ નથી પણ મિથ્યાત્વ જ દુઃખનું કારણ છે. સમ્યગ્દર્શન સુખનું કારણ છે. ~છ ઢાળા (પહેલી ઢાળનો સારાંશ) #Jainism

સંસારની કોઈ ગતિ સુખદાયક નથી. 
નિશ્ચય સમ્યગ્દર્શનથી જ પંચ પરાવર્તનરૂપ સંસાર પરિત થાય છે. બીજા કોઈ કારણથી - દયા, દાનાદિના શુભરાગથી સંસાર તૂટે નહિ. સંયોગો  સુખ દુઃખના કારણ નથી પણ મિથ્યાત્વ જ  દુઃખનું કારણ છે. સમ્યગ્દર્શન સુખનું કારણ  છે.
~છ ઢાળા (પહેલી ઢાળનો સારાંશ)

#Jainism