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डबल इंजन की गति, यूपी की प्रगति

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calendar_today29-03-2024 16:07:17

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कुछ लोगों ने कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की साजिश रची, लेकिन आज वही यात्रा बरेली की आस्था और ऊर्जा का प्रतीक बन चुकी है, जो शहर कभी दंगों की वजह से चर्चा में रहता था, अब वहाँ शिवभक्ति की गूंज सुनाई देती है।

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पिछली सरकारें तुष्टिकरणकी राजनीति करती थी, दंगाइयों और अपराधियों को संरक्षण देती थी लेकिन डबल इंजन की सरकार योजनाओं के माध्यम से जनता के संतुष्टिकरण के लिए कार्य कर रही है।

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योगी सरकार ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश के जर्जर विद्यालयों की तस्वीर बदली बल्कि विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के द्वार भी खोल दिए हैं।

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सपा के शासनकाल में शिक्षा व्यवस्था अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही थी। सवाल उठता है कि जब बच्चों के भविष्य के साथ समझौता हो रहा था, तब जिम्मेदार लोग चुप क्यों थे? स्कूल भवन खंडहर बन चुके थे, शिक्षक समय पर नहीं आते थे, और बच्चों के सपने सिर्फ किताबों के पन्नों में दबकर रह जाते थे।

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उत्तर प्रदेश में शिक्षा को नई दिशा देने का संकल्प अब जमीन पर नजर आ रहा है। 18 अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना सिर्फ इमारतों का निर्माण नहीं, बल्कि 18 हजार बच्चों के भविष्य को संवारने का संकल्प है। यह मॉडल बताता है कि जब नेतृत्व दूरदृष्टि से चलता है, तो परिवर्तन सिर्फ वादों में

उत्तर प्रदेश में शिक्षा को नई दिशा देने का संकल्प अब जमीन पर नजर आ रहा है। 18 अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना सिर्फ इमारतों का निर्माण नहीं, बल्कि 18 हजार बच्चों के भविष्य को संवारने का संकल्प है। यह मॉडल बताता है कि जब नेतृत्व दूरदृष्टि से चलता है, तो परिवर्तन सिर्फ वादों में
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हमने बच्चों को ग से गणेश सिखाकर संस्कारों की शिक्षा दी, जबकि सपा ने ग से गधा पढ़ाकर शिक्षा को मजाक बना दिया। आज ये लोग PDA जैसे नए नामों के पीछे छिपकर फिर उसी पुरानी सोच को थोपना चाहते हैं। मकसद साफ है, बच्चों का भविष्य नहीं, सिर्फ अपना वोटबैंक बनाना चाहते हैं।