उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile
उम्दा_पंक्तियां

@umda_panktiyaan

उम्दा_पंक्तियां का 2 लाख वाला पहला अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया है साहित्य के प्रति प्रेम और सोशल मीडिया का प्रयोग मोहब्बत के लिए हो इसी लक्ष्य के साथ फिर से शुरू

ID: 1478377126986399754

calendar_today04-01-2022 14:46:29

5,5K Tweet

178,178K Takipçi

87 Takip Edilen

उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

दिल हर रोज़ तेरे होने का अहसास करता है जबसे तुम गए हो रोज़ तुमको याद करता है ~ सुनील पंवार

दिल हर रोज़ तेरे होने का अहसास करता है
जबसे तुम गए हो रोज़ तुमको याद करता है

~ सुनील पंवार
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

युवाओं के कंधों पर युग की कहानी चलती है इतिहास उधर मुड़ जाता है जिस ओर ये जवानी चलती है। ~ अज्ञात

युवाओं के कंधों पर युग की कहानी चलती है
इतिहास उधर मुड़ जाता है जिस ओर ये जवानी चलती है।

~ अज्ञात
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

यूँ पुरखों की जमीन बेचकर शहर मे ना जाया करो ना जाने कब लौटना पड़े गाँव मे भी एक घर बनाया करो।

यूँ पुरखों की जमीन बेचकर
शहर मे ना जाया करो

ना जाने कब लौटना पड़े
गाँव मे भी एक घर बनाया करो।
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

कुल - गोत्र नहीं साधन मेरा, पुरुषार्थ एक बस धन मेरा। ~ दिनकर

कुल - गोत्र नहीं साधन मेरा, 
पुरुषार्थ एक बस धन मेरा।

~ दिनकर
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

अदब इतना कि क़दमों में पड़े हैं अना इतनी कि लंका ख़ाक़ कर दें ~ शाद सिद्दीक़ी

अदब इतना कि क़दमों में पड़े हैं
अना इतनी कि लंका ख़ाक़ कर दें

~ शाद सिद्दीक़ी
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

"दिल ना उम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है, लंबी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है।" ~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

"दिल ना उम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है, 
लंबी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है।"

 ~ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Monika Singh (@monikasinghpoet) 's Twitter Profile Photo

इश्क़ की रूह खो गई जानां जिस्म की बात ही न थी जानां वो जो पानी के पास रहते हैं उनमें है प्यास की कमी जानां ~ मोनिका सिंह

इश्क़ की रूह खो गई जानां
जिस्म की बात ही न थी जानां

वो जो पानी के पास रहते हैं
उनमें है प्यास की कमी जानां

~ मोनिका सिंह
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

अपने ऑफिस, कॉलेज या घर में आप किस भाषा में ज्यादा बात करते हैं ? 1. हिन्दी 2. क्षेत्रीय भाषा 3. अंग्रेज़ी

उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

सितारों ने जबाँ तसलीम वो की जो एक माथे की बिंदी बोलती है लबों पे है यहाँ दस्तूर ए इंगलिश मगर हर आँख हिन्दी बोलती है ~ शुभ चिंतन

सितारों  ने जबाँ तसलीम वो की 
जो एक माथे की बिंदी बोलती है 

लबों  पे है यहाँ दस्तूर ए इंगलिश 
मगर   हर आँख   हिन्दी बोलती है 

~ शुभ चिंतन
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

हिंदी अ अनपढ़ से शुरू होती है और ज्ञ ज्ञानी बनाकर छोड़ती है

हिंदी अ अनपढ़ से शुरू होती है
और ज्ञ ज्ञानी बनाकर छोड़ती है
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

प्रकृति का सौंदर्य इसमें पर्वतों का आह्वान है सभ्यता की चूनर ओढ़े संस्कृति का परिधान है छवि मधुर अलौकिक इसकी ये हिंद की पहचान है विश्व करता नमन जिसे हमें ‘हिंदी’ पर अभिमान है | ~ सुधीर बडोला

प्रकृति  का सौंदर्य  इसमें
पर्वतों का  आह्वान  है
सभ्यता  की चूनर  ओढ़े
संस्कृति  का परिधान  है
छवि  मधुर अलौकिक इसकी
ये हिंद  की  पहचान  है
विश्व  करता  नमन  जिसे
हमें ‘हिंदी’ पर  अभिमान है |

~ सुधीर बडोला
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

विद्यार्थी जीवन का वनवास गुजरता है, किराए के एक कमरे में। ~ सेजल

विद्यार्थी जीवन का वनवास गुजरता है,
किराए के एक कमरे में।

~ सेजल
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

माँ नहीं थी वह, आंगन थी, द्वार थी, किवाड़ थी, चूल्हा थी, आग थी, नदी की धार थी। ~ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी

माँ नहीं थी वह,
आंगन थी,
द्वार थी,
किवाड़ थी,
चूल्हा थी,
आग थी,
नदी की धार थी।

~ विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

कब तलक तेरे इश्क को रोऊं मेरे घर के भी सौ मसले है ~ साहिर लुधियानवी

कब तलक तेरे इश्क को रोऊं
मेरे घर के भी सौ मसले है

~ साहिर लुधियानवी
उम्दा_पंक्तियां (@umda_panktiyaan) 's Twitter Profile Photo

मुझे शराब पिलाई गई है आँखों से मिरा नशा तो हज़ारों बरस में उतरेगा ~ विजेंद्र सिंह परवाज़

मुझे शराब पिलाई गई है आँखों से 
मिरा नशा तो हज़ारों बरस में उतरेगा

~ विजेंद्र सिंह परवाज़