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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल शास्त्र विरुद्ध साधना ज्यादातर श्रद्धालु देवी-देवताओं की भक्ति में ही लगे हुए हैं। VS शास्त्र अनुकूल साधना जबकि पवित्र गीता के अध्याय 7 श्लोक 18 में गीता ज्ञान दाता (काल) ने अपनी भक्ति को भी अश्रेष्ठ बताया है। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल जो पितर पूजा (श्राद्ध आदि) करते हैं, वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते, बल्कि वे पितर की योनि को प्राप्त होते हैं। पितरों के उद्धार की अर्थात श्राद्ध करने की शास्त्र अनुकूल विधि जानने के लिए देखिए Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल गीता अध्याय 15 श्लोक 4 व अध्याय 18 श्लोक 62 के अनुसार पूर्ण परमात्मा की भक्ति से परम शांति और सनातन परम धाम सतलोक की प्राप्ति होती है। जहाँ जाने के बाद दोबारा संसार में नहीं आना पड़ता। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल शास्त्रों के अनुसार, एक सर्वशक्तिमान पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति पूर्ण संत द्वारा नाम उपदेश लेकर करना शास्त्र अनुकूल साधना है। वर्तमान में पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी हैं। उनसे नाम उपदेश लेकर अपना कल्याण कराएं। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल गीता अध्याय 7 श्लोक 15 में तमोगुण की साधना को व्यर्थ बताया है।जबकि शंकर जी स्वयं परमात्मा से प्राप्त मंत्र जाप करते हैं और वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज स्वयं नाम जाप की विधि बताते हैं जो कि शास्त्रों के अनुकूल साधना है Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल गीता अ० 3 श्लोक 6 व गीता अ० 17 श्लोक 5, 6 में मेडिटेशन, हठयोग के लिए मना किया गया है और कुछ पंथों की मुख्य भक्ति साधना ही मेडिटेशन है जोकि शास्त्र विरुद्ध साधना है जिससे गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 के अनुसार लाभ नहीं होगा। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल व्रत करना शास्त्र विरुद्ध साधना है। क्योंकि गीता अध्याय 6 श्लोक 16 में व्रत करने के लिए मना किया गया है। सूक्ष्मवेद में कहा गया हैः गरीब, प्रथम अन्न जल संयम राखै, योग युक्त सब सतगुरू भाखै। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल नकली धर्मगुरुओं द्वारा श्राद्ध, पिण्डदान, तर्पण करना, देवी देवताओं की पूजा शास्त्रविरुद्ध साधना है। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल पूर्ण परमात्मा की भक्ति के ॐ तत् सत् सांकेतिक मंत्र हैं। - गीता अध्याय 17 श्लोक 23 मनमाने मंत्र जाप किए जाते हैं, जैसे- राम-राम, राधे-राधे, हरे राम हरे कृष्णा, ॐ नमः शिवाय, ॐ भगवते वासुदेवाय नमः आदि। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल गीता अध्याय 17 श्लोक 23 मनमानी पूजा करना, हठ योग, मेडिटेशन, शास्त्र विरुद्ध कर्मकांड, श्राद्ध आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधनाएं हैं Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल सभी तीनों देवताओ की, दुर्गा माता व गणेश जी की पूजा करते हैं। जबकि इसका प्रमाण किसी भी शास्त्र में नहीं है। यह शास्त्र विरुद्ध है। क्योंकि गीता अध्याय 9 श्लोक 23 में देवताओं की पूजा शास्त्रों के विरुद्ध बताई गई है। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल पवित्र कुरान शरीफ में लिखा है कि एक अल्लाह के सिवा किसी और की पूजा नहीं करनी चाहिए। लेकिन पूरा मुस्लिम समाज पीर पैगंबरों की पूजा में लगा है और दुर्भाग्यवश उस एक कादिर अल्लाह के नाम से भी परिचित नहीं है। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

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#GodMorningFriday #शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल पवित्र कुरान शरीफ में लिखा है कि एक अल्लाह के सिवा किसी और की पूजा नहीं करनी चाहिए। लेकिन पूरा मुस्लिम समाज पीर पैगंबरों की पूजा में लगा है और दुर्भाग्यवश उस एक कादिर अल्लाह के नाम से भी परिचित नहीं है। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

#GodMorningFriday

#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल

पवित्र कुरान शरीफ में लिखा है कि एक अल्लाह के सिवा किसी और की पूजा नहीं करनी चाहिए। लेकिन पूरा मुस्लिम समाज पीर पैगंबरों की पूजा में लगा है और दुर्भाग्यवश उस एक कादिर अल्लाह के नाम से भी परिचित नहीं है।
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#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल #GodMorningFriday मनमानी पूजा करना, हठ योग, मैडिटेशन, शास्त्र विरुद्ध कर्मकांड, श्राद्ध आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधनाएं हैं। Tattvadarshi Sant Rampal Ji

#शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल
#GodMorningFriday

मनमानी पूजा करना, हठ योग, मैडिटेशन, शास्त्र विरुद्ध कर्मकांड, श्राद्ध आदि शास्त्रों के विरुद्ध साधनाएं हैं।

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#GodMorningFriday क्या श्राद्ध निकालना शास्त्र विरुद्ध साधना है? पवित्र गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है कि भूत पूजोगे तो भूत बनोगे। और हमारे धर्म गुरु हर घर में भूत पुजवा रहे हैं। शास्त्रों के अंदर खोल कर तो देख लो। गीता जी में कहीं कोई श्राद्ध निकालने का प्रमाण हो तो दिखाओ।

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#GodMorningFriday #शास्त्रविरुद्ध_शास्त्रानुकूल श्रीमद्भगवत गीता के अध्याय 9 श्लोक 25 में गीता ज्ञान दाता ने कहा है कि जो पितर पूजा (श्राद्ध आदि) करते हैं, वे मोक्ष प्राप्त नहीं कर पाते, बल्कि वे पितर की योनि को प्राप्त होते हैं।

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#GodMorningFriday शास्त्रों के अनुसार, एक सर्वशक्तिमान पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति पूर्ण संत द्वारा नाम उपदेश लेकर करना शास्त्र अनुकूल साधना है। वर्तमान में पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी हैं। उनसे नाम उपदेश लेकर अपना कल्याण कराएं।