कुरान शरीफ का ज्ञान भी है अधूरा!
इसी कारण कहा है- किसी बाख़बर से पूछो सबसे बड़े अल्लाह की जानकारी (सुरत-फुर्कानि 25 आयत 59)। आज वो बाख़बर संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिन्होंने कुरान शरीफ के ज्ञान की वास्तविक जानकारी दी है।
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#TuesdayThoughts
#सतभक्ति_से_सुख
जिस परिवार में पूर्ण संत के सत्संग चलते हैं वहां मुसीबतें नहीं आती और वह परिवार सुखमय जीवन जीता है।
अधिक जानकारी के लिए सुने सत्संग "साधना टीवी" पर रोजाना शाम 0730 बजे से।
गुरू जी से उपदेश लेने के पश्चात् समर्पण कर देना चाहिए। मन में अभिमान नहीं रखना चाहिए। मन में अभिमान रखकर भक्ति करने का नाटक करने वाले अनेकों मूर्ख अपना मानव जीवन नष्ट कर गए।
#GodNightTuesday #सत_भक्ति_संदेश
#GodNightTuesday
शास्त्रों (वेदों) में वर्णित साधना छोड़ मनमानी पूजा किसी व्यक्ति या ऋषि व सन्त विशेष के कहने से करने वाले साधक की साधना व्यर्थ होती है ।
#सत_भक्ति_संदेश
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वास्तविक नाम (सात नाम, सतनाम तथा सारनाम) बिना भक्ति रूपी फसल नहीं उपजती यानि जैसे गेहूँ की फसल प्राप्त करने के लिए गेहूँ का बीज ही बीजना पड़ता है।
#GodNightTuesday #tuesdayvibe
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
श्राद्ध की शास्त्र अनुकूल विधि संत रामपाल जी महाराज के सभी सतलोक आश्रमों में हर दूसरे तीसरे महीने समागम में की जाती ही। वहां तो श्राद्ध हर दूसरे तीसरे महीने निकालते हैं। आप जी तो साल में एक ही बार निकालते हो।
#GodMorningWednesday
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक (अविनाशी लोक) की प्राप्ति होती है।
जहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।#GodMorningWednesday
#GodMorningWednesday
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा-बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बोरे, कुरड़ी चरने जाई।।
जो मनुष्य (स्त्री/पुरुष) सत्य भक्ति शास्त्र अनुसार गुरू से दीक्षा लेकर नहीं करता। मृत्यु के पश्चात् पशु जीवन प्राप्त करता है। वह गधे या बैल के शरीर प्राप्त करता है।
#noidagbnup16
#श्राद्ध_करने_की_श्रेष्ठ_विधि
जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है।
मृत्यु उपरांत गरुड़ पुराण का पाठ कराने की सलाह देते हैं जबकि परमात्मा कबीर जी समझाते है कि गरूड़ पुराण का पाठ मृत्यु से पहले सुनाना चाहिए था ताकि वह प्राणी परमात्मा के विधान को समझकर पाप कर्मो से बचता। पूर्ण गुरू से दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त करता।
#SantRampalJiMaharaj
नर से फिर पशुवा कीजै, गधा-बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बोरे, कुरड़ी चरने जाई।।
जो मनुष्य (स्त्री/पुरुष) सत्य भक्ति शास्त्र अनुसार गुरू से दीक्षा लेकर नहीं करता। मृत्यु के पश्चात् पशु जीवन प्राप्त करता है। वह गधे या बैल के शरीर प्राप्त करता है।
#SantRampalJiMaharaj
जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
कबीर परमेश्वर जी ने बताया है कि जीवित पिता को तो समय पर टूक (रोटी) भी नहीं दिया जाता। मृत्यु के पश्चात् उसको पवित्र दरिया में बहाकर आता है। कितना खर्च करता है।
#SantRampalJiMaharaj