कांग्रेस का इतिहास-69
फ्रांस का पतन और नई ऊहापोह में कांग्रेस
रामगढ़ के अधिवेशन के यह सवाल उठने लगा कि क्या कांग्रेस देशी राजाओं, रक्षा के प्रश्न, अल्पसंख्यकों के जो प्रश्न अधिवेशन में उठे थे उसका उत्तर देने के लिए सत्याग्रह शुरू करेगी?
लार्ड जेटलैंण्ड ने भारतीय विधान की धारा
तुम मर जाओ जेपी ...
क्या आप जानते है कि जेपी के कंधों पर सवार होकर आई जनता सरकार, जेपी की मौत के लिए कितनी उत्साह से भरी हुई थी।
हांजी, बीमार जेपी के मरने के पहले ही, उन्हें संसद में हड़बड़ तड़बड़ श्रद्धाजंलि दे दी थी। फिर पता चला, अभी साहब जिंदा है, तो भरी संसद से माफी मांगी
नई दुनिया यानी अमेरिका महाद्वीप के मूलनिवासियों ने पुरानी दुनिया को आलू, मक्का, कद्दू, सूरजमुखी, अनन्नास, वनीला के अलावा "तंबाकू" भी दिया.
अमेरिकी मूलनिवासी सभ्यता में तंबाकू ज़हर नही औषधि थी. तंबाकू निकोटियाना प्रजाति की वनस्पति है जिसका उत्पादन 8,000 साल पहले मेसोअमेरिका
आपातकाल लगा !!! धब्बा है, तानाशाही, लोकतंत्र की हत्या ..
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कुछ मिथ है, इमरजेंसी के इर्दगिर्द। उन्हें कभी क्वेश्चन नही किया जा सकता है। जैसे
सिद्धांत क्रमांक 1- इंदिरा की मंशा लोकतंत्र का सफाया कर, तानाशाह बनने की थी।
ओह!!! मगर आपातकाल एक सुबह खुद- ब-खुद हटा क्यों?? 19 माह
यह मोदी जी की उपलब्धि है। इस आदमी के पास खाने के पैसे नाही होंगे शायद बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहा है लेकिन मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने का वक़्त अगाया है।
मीडिया इस पर चर्चा नहीं छेड़ रहा है इसलिए चर्चा को सोशल मीडिया पर छेड़ना पड़ेगा। हमारे डंका बाबू का डंका कुछ ऐसा बज रहा है कि 5 लाख की आबादी वाला छोटा सा देश मालदीव भी अब आंखें दिखला रहा है। राष्ट्रपति का चुनाव जीतते ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने घोषणा की है कि वह
सदन मे बजटोत्सव है।
जनता फाग गा रही है, थालियां, गालियां, बेल आइकन, मंजीरे बज रहे हैं।
सुर, यक्ष, देवता , दानव, भांड... सब सेंट्रल विस्टा के आकाश पर उत्सुकतापूर्वक विद्यमान हैं।
सदन ठसाठस भरा है। रंग बिरंगी पगड़ियों में, भाल पर तिलक सजाए, चौड़ी मूंछों वाले, अलग अलग इलाके के
उसका नाम मोहसिन था, 1996 बैच के कर्नाटक काडर का आईएएस ऑफिसर, 2019 के चुनाव में ड्यूटी लगी थी, ओडिशा के संबलपुर में चुनाव पर्यवेक्षक के तौर पर तैनाती थी.... और उसने तय किया कि वो नरेंद्र मोदी के हेलिकॉप्टर को चेक करेगा, क्योंकि ये काम था उसका... चेकिंग में सवाल होते हैं.
वो हिन्दू माँ का लाल, पठान का बच्चा था।
कृपालु , प्रजापालक, एंटायर फ़ारसी, कुरान, एस्ट्रोनमी, गणित, विज्ञान, इकॉनमिक्स का ज्ञाता था। 19-19 घण्टे सोचता कि प्रजा का भला कैसे हो।
तो बारी बारी "शबका भला-शबका विकास" करना डिसाइड किया।
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तय किया कि किसानों की आय डबल करेगा।
भाजपा ने राजस्थान में पोस्टर जारी किया कि हजारों किसानों की जमीनें नीलाम हो गईं।
पोस्टर में जिस किसान का फोटो लगाया वे जैसलमेर के माधुराम जयपाल हैं। 200 बीघे के मालिक हैं। न उन पर एक पैसे का कर्ज है, न कोई जमीन नीलाम हुई। अब वे कह रहे हैं कि भाजपा पर केस करूंगा।
अगर भाजपा कसम
गुटनिरपेक्षता.. खुद एक गुट था!!
शब्दों के बियॉन्ड जाइये, जो कूटनीति में असलियत बताने के लिए नही, छुपाने के लिए इस्तेमाल होते हैं।
नेहरू ने इस गुट मे 100+ देश जोड़ रखे थे। इसलिए भारत,अपने वेट से भारी लीग में खेलता था।
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200 साल तक गुलाम रहा देश, 1947 में दुनिया की GDP का 0
बाबूमोशाय, जिंदगी लम्बी नही
बड़ी होनी चाहिए
ये डायलॉग मोहम्मद शाह के काफी बाद आया। उनकी बादशाहत की उपलब्धि तो यही थी, कि जब दूसरे 2-4-6 माह में मारे जा रहे थे।
रंगीला 27 बरस निकाल गए।
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वो मुगलिया सल्तनत का "सय्यद युग" था। औरँगजेब के बाद, कैद रखे बेटे मुअज्जम को गद्दी मिली।
POK - आपकी छाती का कांटा
जिसे पाकिस्तान ने 1947 में कब्जा कर लिया था। जिसे नेहरू हार गए।
आज बड़ा दुख हो रहा है कि नेहरू पीड़ितों को यह बताते हुए, कि POK में नेहरू का दूर दूर तक रोल नही।
इंडियन आर्मी का भी नही। किसी युद्ध का भी नही। ये इलाका, स्वेच्छा से, पाकिस्तान से मिला था।