The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile
The Poetic House

@thepoetichouse

Platform For Hindi | Urdu Literature.
DM Me For Collaborations/Promotions.

ID: 1157987322375184384

calendar_today04-08-2019 12:11:06

20,20K Tweet

138,138K Takipçi

137 Takip Edilen

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

स्त्रियों की कोमलता पुरुषों की काव्य-कल्पना है। — प्रेमचंद

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

दिल से सोचा हुआ पेट के सोचे हुए से अलग होता है। — अनुराग अनन्त

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

ज्ञानी वह है, जो वर्तमान को ठीक प्रकार समझे और परिस्थिति के अनुसार आचरण करे। — विनोबा भावे

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के — फ़रहत एहसास

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

हाँ और नहीं---ये दुनिया के सबसे पुराने और छोटे शब्द हैं, लेकिन इनके इस्तेमाल के लिए सबसे ज्यादा सोचना पड़ता है । — पाइथागोरस

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

पहाड़ इसलिए पहाड़ है क्योंकि जितना फैला है वह आसमान में उससे अधिक धंसा है कहीं अपनी जमीन में — महेश चन्द्र पुनेठा

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

तुम बर्फ़ के समान विशुद्ध रहो और हिम के समान पवित्र, तो भी लोकनिंदा से नहीं बचोगे। — विलियम शेक्सपियर

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

सबसे उत्तम आनंद समझ का आनंद है। — लियोनार्डो दा विंची

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

वक़्त अच्छा भी आएगा 'नासिर' ग़म न कर ज़िंदगी पड़ी है अभी — नासिर काज़मी

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

जब तुझे लगे कि दुनिया में सत्य सर्वत्र हार रहा है समझो तेरे अंदर का झूठ तुझको ही कहीं मार रहा है — कुमार मुकुल

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

हम वहाँ हैं जहाँ से हम को भी कुछ हमारी ख़बर नहीं आती — मिर्ज़ा ग़ालिब

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

देश जाए भाड़ में इससे उन्हें मतलब नहीं एक ही ख़्वाहिश है कि कुनबे में मुख्तारी रहे — अदम गोंडवी

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं। इन्हें वह जैसे चाहती हैं, नचाती हैं। — प्रेमचंद

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

हाँ, आया कहकर तुरंत दौड़ता हूँ बाद में पता चलता है। किसी ने पुकारा ही नहीं था मुझे.... — बसंत त्रिपाठी

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

हज़ारों हैं, जिन में प्यार मर जाता है लेकिन जो फिर भी जीते हैं, हँसते हैं.... — अज्ञेय

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

हर आदमी बेईमानी की तलाश में है और हर आदमी चिल्लाता है, बड़ी बेईमानी है। — हरिशंकर परसाई

The Poetic House (@thepoetichouse) 's Twitter Profile Photo

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये। — स्वामी विवेकानन्द