श्री रतन टाटा की शख्सियत इतनी बड़ी थी कि देशभर में आमजन को उनकी मृत्यु पर दुख का अनुभव हुआ। उनका व्यक्तित्व केवल व्यापार तक सीमित नहीं था। चकाचौंध भरी व्यवसायिक दुनिया में श्री रतन टाटा अपनी सादगी के साथ रहे। उनकी शख्सियत प्रेरणादायी थी। टाटा समूह ने परोपकार के कार्यों में दुनिया
BJP took 240 as a loss and got to work harder.
Congress took 99 as a win and got complacent.
More than money and muscle, politics is a game of ambition and hardwork.
काली टोपी वालों की काली करतूत:
पहले यात्रा को बदनाम करने की कोशिश की,
फिर गाली काण्ड किया,
“सदाकत आश्रम” जो कि आज़ादी के आंदोलन का केंद्र रहा है वहाँ गूNDAगर्दी की,
आज यात्रा में काली क़मीज़ पहन कर आए थे और टॉफ़ी खाकर चले गए।
सुनो संघियों हमारी विरासत आज़ादी के लिए लड़ने की है,