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Rishi Prasad

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One of the largest circulated spiritual monthly magazine around the world। Available in multiple languages। 10 millions+ readers । Inspired by Sant Asharamji..

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भक्तों से प्रश्न ???? भक्तों से प्रश्न: ‘‘इतना गम्भीर आरोप लगने के बावजूद आप बाबा को क्यों मानते हैं ? क्या बाबा ने आपको कुछ दिया है ?’’ उत्तर: ‘‘आज से पहले भी बापूजी पर कितने ही आरोप लगे पर क्या कोई भी सत्य साबित हुआ ? ऐसे ही यह भी एक मनगढ़ंत आरोप है, उन्हें फँसाया जा रहा है ।

भक्तों से प्रश्न ????
भक्तों से प्रश्न: ‘‘इतना गम्भीर आरोप लगने के बावजूद आप बाबा
को क्यों मानते हैं ? क्या बाबा ने आपको कुछ दिया है ?’’
उत्तर: ‘‘आज से पहले भी बापूजी पर कितने ही आरोप लगे पर क्या कोई भी सत्य साबित हुआ ?
ऐसे ही यह भी एक मनगढ़ंत आरोप है, उन्हें फँसाया जा रहा है ।
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अहमदाबाद आश्रम निर्माण से पहले की एक घटना (सम्पूर्ण लेख पढ़ें ऋषि प्रसाद मई 2025, अंक 389, पेज 4) कुछ लोग आये और ताला तोड़ दिया.. ताला टूटा लेकिन उनसे दरवाजा नहीं खुला.. तब वे लोग मत्था टेक के गये कि ‘क्या बाबा हैं ! क्या कुटिया है !’ धरती का महत्त्व था । पिछले 53 साल से यहाँ सतत

अहमदाबाद आश्रम निर्माण से पहले की एक घटना
(सम्पूर्ण लेख पढ़ें ऋषि प्रसाद मई 2025, अंक 389, पेज 4)
कुछ लोग आये और ताला तोड़ दिया..
ताला टूटा लेकिन उनसे दरवाजा नहीं खुला..
तब वे लोग मत्था टेक के गये कि ‘क्या बाबा हैं ! क्या कुटिया है !’ धरती का महत्त्व था ।
पिछले 53 साल से यहाँ सतत
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परिप्रश्नेन प्रश्न: काम, क्रोध, लोभ में आकर मैंने कई अयोग्य व्यवहार किये हैं । क्या मुझे ईश्वरप्राप्ति हो सकती है ? पूज्यश्री: पहले जो गलती की, पाप किया उसके लिए बंद कमरे में अकेले में भगवान के आगे रोकर माफी माँग लो और दुबारा गलती न करने का दृढ़ संकल्प करो । और पुकारो .. ‘दीन

परिप्रश्नेन
प्रश्न: काम, क्रोध, लोभ में आकर मैंने कई अयोग्य व्यवहार किये हैं । क्या मुझे ईश्वरप्राप्ति हो सकती है ?
पूज्यश्री: पहले जो गलती की, पाप किया उसके लिए बंद कमरे में अकेले में भगवान के आगे रोकर माफी माँग लो और दुबारा गलती न
करने का दृढ़ संकल्प करो । और पुकारो ..
‘दीन
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विश्व पर्यावरण दिवस-5 जून “जो लोग वृक्ष लगाते हैं उन्हें (परलोक में) प्रतिष्ठा प्राप्त होती है और जो वृक्ष व गोचर भूमि का उच्छेद करते हैं उनकी 21 पीढ़ियाँ रौरव नरक में पकायी जाती हैं।" दिसम्बर 2023, अंक 372, पेज 10 “Rishi Prasad” is the basis of environmental protection.

विश्व पर्यावरण दिवस-5 जून
“जो लोग वृक्ष लगाते हैं उन्हें (परलोक में) प्रतिष्ठा प्राप्त होती है और जो वृक्ष व गोचर भूमि का उच्छेद करते हैं उनकी 21 पीढ़ियाँ रौरव नरक में पकायी जाती हैं।"
दिसम्बर 2023, अंक 372, पेज 10
“Rishi Prasad” is the basis of environmental protection.
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विश्व पर्यावरण दिवस-5 जून ‘जो वृक्ष लगाता है उसके लिए ये वृक्ष पुत्ररूप होते हैं इसमें संशय नहीं है । उन्हींके कारण परलोक में जाने पर उसे स्वर्ग तथा अक्षय लोक प्राप्त होते हैं।' दिसम्बर 2023, अंक 372, पेज 22 “Rishi Prasad” is the sweet fragrance that spreads in the environment.

विश्व पर्यावरण दिवस-5 जून
‘जो वृक्ष लगाता है उसके लिए ये वृक्ष पुत्ररूप होते हैं इसमें संशय नहीं है । उन्हींके कारण परलोक में जाने पर उसे स्वर्ग तथा अक्षय लोक प्राप्त होते हैं।'
दिसम्बर 2023, अंक 372, पेज 22
“Rishi Prasad” is the sweet fragrance that spreads in the environment.
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निर्जला एकादशी -7 जून जो मनुष्य एकादशी के दिन अन्न खाता है वह पाप का भोजन करता है । इस लोक में वह चांडाल के समान है और मरने पर दुर्गति को प्राप्त होता है । जो मनुष्य इस एकादशी को उपवास करके दान करेंगे वे परम पद को प्राप्त होंगे । मई 2025, अंक 389, पेज 25 “Rishi Prasad” - A

निर्जला एकादशी -7 जून
जो मनुष्य एकादशी के दिन अन्न खाता है वह पाप का भोजन करता है । इस लोक में वह चांडाल के समान है और मरने पर दुर्गति को प्राप्त होता है । जो मनुष्य इस एकादशी को उपवास करके दान करेंगे वे परम पद को प्राप्त होंगे । 
मई 2025, अंक 389, पेज 25
“Rishi Prasad” - A
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Scientific Reason for Fasting आप रोज एक किलो खाते हैं तो 15 दिन में 15 किलो आपने खाया लेकिन एकादशी को एक दिन नहीं खाया तो 14 दिन में आप साढ़े पन्द्रह किलो हजम करने में सक्षम हो जायेंगे । मई 2025, अंक 389, पेज 25 Rishi Prasad: A Healthy Life Starts Here! #AsharamjiBapuQuotes

Scientific Reason for Fasting
आप रोज एक किलो खाते हैं तो 15 दिन में 15 किलो आपने खाया लेकिन एकादशी को एक दिन नहीं खाया तो 14 दिन में आप साढ़े पन्द्रह किलो हजम करने में सक्षम हो जायेंगे ।
मई 2025, अंक 389, पेज 25
Rishi Prasad: A Healthy Life Starts Here!
#AsharamjiBapuQuotes
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#वटसावित्री व्रत-10 जून निम्न श्लोक से वटवृक्ष की प्रार्थना कर गंध, फूल, अक्षत से उसका पूजन करें - वट सिंचामि ते मूलं सलिलैरमृतोपमैः । यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले । तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मां सदा ॥ वटवृक्ष के दर्शन, स्पर्श तथा सेवा से पाप दूर होते

#वटसावित्री व्रत-10 जून
निम्न श्लोक से वटवृक्ष की प्रार्थना कर गंध, फूल, अक्षत से उसका पूजन करें -
वट सिंचामि ते मूलं सलिलैरमृतोपमैः ।
यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले । 
तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मां सदा ॥
वटवृक्ष के दर्शन, स्पर्श तथा सेवा से पाप दूर होते
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गुरु की कृपा के लिए क्या चाहिए ? गुरु की अनुकूलता ! सेवा करने से गुरुजी अनुकूल होते हैं और अनुकूल हो के कृपा करते हैं । इसलिए जो सेवा करता है, जो #गुरु के अनुकूल आचरण करता है उसके ऊपर गुरु की कृपा अपने-आप बरसने लगती है… अप्रैल 2016, अंक 280, पेज 31 “Spiritual is the new smart –

गुरु की कृपा के लिए क्या चाहिए ?
गुरु की अनुकूलता ! 
सेवा करने से गुरुजी अनुकूल होते हैं और अनुकूल हो के कृपा करते हैं । इसलिए जो सेवा करता है, जो #गुरु के अनुकूल आचरण करता है उसके ऊपर गुरु की कृपा अपने-आप बरसने लगती है…
अप्रैल 2016, अंक 280, पेज 31
“Spiritual is the new smart –
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व्याधि और चिंता को मार भगाओं ! शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष को जल चढ़ा दो, स्पर्श कर लो और एक मंत्र है उसकी केवल 1 माला (108 बार) जप कर लो । 21 दिन तक उस मंत्र का जप करने से शरीर की कैसी भी व्याधियाँ हों और मन में कैसी भी चिंताएँ हों ऐसे भागेंगी जैसे सूरज उदय होते ही रात्रि का

व्याधि और चिंता को मार भगाओं !
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष को जल चढ़ा दो, स्पर्श कर लो और एक मंत्र है उसकी केवल 1 माला (108 बार) जप कर लो ।
21 दिन तक उस मंत्र का जप करने से शरीर की कैसी भी व्याधियाँ हों और मन में कैसी भी चिंताएँ हों ऐसे भागेंगी जैसे सूरज उदय होते ही रात्रि का
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संत कबीरजी जयंती-11 जून - संत #कबीरजी कबीर कुसंग न कीजिये, पाथर जल न तिराय । कदली सीप भुजंग मुख, एक बूँद तिर भाय ।। कुसंगति न करो । जैसे पत्थर की नाव पर चढ़कर कोई नदी पार नहीं कर सकता, ऐसे ही कुसंगति करते हुए कोई भवसागर से पार नहीं हो सकता । मार्च 2019, अंक 315, पेज 26 Take

संत कबीरजी जयंती-11 जून
- संत #कबीरजी
कबीर कुसंग न कीजिये, पाथर जल न तिराय ।
कदली सीप भुजंग मुख, एक बूँद तिर भाय ।।
कुसंगति न करो । जैसे पत्थर की नाव पर चढ़कर कोई नदी पार नहीं कर सकता, ऐसे ही कुसंगति करते हुए कोई भवसागर से पार नहीं हो सकता ।
मार्च 2019, अंक 315, पेज 26
Take
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गुरु हरगोविंदसिंहजी जयंती-12 जून गुरुभाइयों के ग्रहण करने योग्य दो प्रकार की चर्चाएँ होती हैं - (1) वेद चर्चा - प्रेमभाव से प्रश्न-उत्तर करके एक-दूसरे की तसल्ली करना । (2) हेत चर्चा - ईर्ष्यारहित होकर प्रेमभाव से दोनों पक्षों का प्रतिपादन करके एक-दूसरे की तसल्ली करना । “गुरुभक्त

गुरु हरगोविंदसिंहजी जयंती-12 जून
गुरुभाइयों के ग्रहण करने योग्य दो प्रकार की चर्चाएँ होती हैं -
(1) वेद चर्चा - प्रेमभाव से प्रश्न-उत्तर करके एक-दूसरे की तसल्ली करना ।
(2) हेत चर्चा - ईर्ष्यारहित होकर प्रेमभाव से दोनों पक्षों का प्रतिपादन करके एक-दूसरे की तसल्ली करना ।

“गुरुभक्त
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विद्यालाभ योग-14 जून मंत्र: ॐ ऐ ह्रीं श्रीं क्लीं वाग्वादिनि सरस्वति मम जिह्वाग्रे वद वद ॐ ऐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: स्वाहा । यह मंत्र 14 जून को प्रात: 4:17 से रात्रि 11:45 के बीच 108 बार जप लें और रात्रि 11 से 12 बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन से ‘ह्रीं’ बीजमंत्र लिख दें ।

विद्यालाभ योग-14 जून

मंत्र: ॐ ऐ ह्रीं श्रीं क्लीं वाग्वादिनि सरस्वति मम जिह्वाग्रे वद वद ॐ ऐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: स्वाहा ।

यह मंत्र 14 जून को प्रात: 4:17 से रात्रि 11:45 के बीच 108 बार जप
लें और रात्रि 11 से 12 बजे के बीच जीभ पर लाल चंदन से ‘ह्रीं’ बीजमंत्र लिख दें ।
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#षडशीति #संक्रांति-15 जून (पुण्यकाल: सुबह 6:53 से दोपहर 2:7 तक) जप के विघ्नों से बचने का उपाय-भाग-4 आलस्य: आलस्य को जीतना हो तो निष्काम कर्म करने चाहिए । सेवा से आलस्य दूर होगा एवं धीरे-धीरे साधना में मन लगने लगेगा । प्राणायाम और आसन भी आलस्य को दूर करने में सहायक हैं । क्रमशः

#षडशीति #संक्रांति-15 जून
(पुण्यकाल: सुबह 6:53 से दोपहर 2:7 तक)
जप के विघ्नों से बचने का उपाय-भाग-4
आलस्य: आलस्य को जीतना हो तो निष्काम कर्म करने चाहिए । सेवा से आलस्य दूर होगा एवं धीरे-धीरे साधना में मन लगने लगेगा । प्राणायाम और आसन भी आलस्य को दूर करने में सहायक हैं ।
क्रमशः
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क्यों काँच खोला होगा बापूजी ने ?? (भाग-2) बापूजी मंद-मंद मुस्कराये, फिर बोले... "तुम्हारा बाप !" बापूजी प्रेम से समझाते हुए बोले: “खिड़की के काँच खोल के सोना चाहिए। यदि हवा आने-जाने का मार्ग नहीं रहेगा तो उच्छ्वास में छोड़ी अशुद्ध वायु ही फिर से अंदर भरी जायेगी। अशुद्ध वायु के

क्यों काँच खोला होगा बापूजी ने ?? (भाग-2)
बापूजी मंद-मंद मुस्कराये, फिर बोले... "तुम्हारा बाप !"
बापूजी प्रेम से समझाते हुए बोले: “खिड़की के काँच खोल के सोना चाहिए।
यदि हवा आने-जाने का मार्ग नहीं रहेगा तो उच्छ्वास में छोड़ी अशुद्ध वायु ही फिर से अंदर भरी जायेगी। अशुद्ध वायु के
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"ये मंत्र तो याद कर लें !" आप मुसाफिरी में जाते हो तब कभी कुछ दुर्घटना हुई या कभी कुछ परेशानी हुई तो घबराओ मत । मुसाफिरी से पहले मंत्र का थोड़ा जप करके फिर मुसाफिरी करो, विघ्न-बाधाओं की ऐसी-तैसी हो जायेगी। जिनको ज्यादा #यात्रा में जाना होता है और #दुर्घटना का भय रहता है वे यह

"ये मंत्र तो याद कर लें !"
आप मुसाफिरी में जाते हो तब कभी कुछ दुर्घटना हुई या कभी कुछ परेशानी हुई तो घबराओ मत । मुसाफिरी से पहले मंत्र का थोड़ा जप करके फिर मुसाफिरी करो, विघ्न-बाधाओं की ऐसी-तैसी हो जायेगी। जिनको ज्यादा #यात्रा में जाना होता है और #दुर्घटना का भय रहता है वे यह
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बुधवारी अष्टमी-18 जून (दोपहर 1:34 से 19 जून सूर्योदय तक) जप के विघ्नों से बचने का उपाय-भाग-5 पूर्व-संस्कार: जप करने बैठोगे तो विचारों की पट्टी चालू होने लगेगी, इधर-उधर की व्यर्थ बातें मन मेें आयेंगी पर उससे घबराना नहीं चाहिए । जो पहले के संस्कार पड़े हैं वे निकलेंगे तो निकलने दो

बुधवारी अष्टमी-18 जून
(दोपहर 1:34 से 19 जून सूर्योदय तक)
जप के विघ्नों से बचने का उपाय-भाग-5
पूर्व-संस्कार: जप करने बैठोगे तो विचारों की पट्टी चालू होने लगेगी, इधर-उधर की व्यर्थ बातें मन मेें आयेंगी पर उससे घबराना नहीं चाहिए । जो पहले के संस्कार पड़े हैं वे निकलेंगे तो निकलने दो
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लक्ष्य को पाकर रहेंगे ! हे साधक ! इस महान लक्ष्य को बार-बार दोहराता जा कि ‘न प्रलोभनों में फँसेंगे, न विघ्नों से डरेंगे, अवश्य आत्मसाक्षात्कार करेंगे !’-पूज्य बापूजी जून 2017, अंक 294, पेज 17 “Scroll करना छोड़ो, Soul को जगाओ – Read Rishi Prasad!” "Rishi Prasad: A new energy every

लक्ष्य को पाकर रहेंगे !
हे साधक ! इस महान लक्ष्य को बार-बार दोहराता जा कि ‘न प्रलोभनों में फँसेंगे, न विघ्नों से डरेंगे, अवश्य आत्मसाक्षात्कार करेंगे !’-पूज्य बापूजी
जून 2017, अंक 294, पेज 17
“Scroll करना छोड़ो, Soul को जगाओ – Read Rishi Prasad!”
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