ये और इनके जैसे कई लोगों ने सस्ती लोकप्रियता और hate farming को इंटरनेट पर धंधा बना लिया है.
पहले कुछ विवादास्पद बोलो, ट्रेंड में आओ, नेगेटिव पब्लिसिटी बटोरों। फिर जब मामला गरम हो जाए, तो एक फैंसी सा SORRY पोस्ट और इंस्टाग्राम स्टोरी डाल दो,
"हमारी नीयत गलत नहीं थी, किसी की
टीवी वालों की नैतिकता का ज्ञान, ऑन-ऑफ मोड पर!!
कुछ टीवी पत्रकारों को रणवीर इलाहाबादिया और समय रैना वाले मामले में अपनी कुंठा और भड़ास निकालने का मौका मिल गया है.
जिन्होंने पत्रकारिता को रसातल में पहुंचा दिया, वो अब सोशल मीडिया क्रिएटर को नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे हैं.
जिन्होंने
सबसे लचर तर्क है-भारत की जनसंख्या बहुत ज़्यादा है, इसलिए इस तरह के हादसे होते हैं.
अगर जनसंख्या ज़्यादा है, तो उसी जनसंख्या में से अधिक सुरक्षाकर्मी भर्ती करिए, ज़्यादा कारीगर, इंजीनियर, मज़दूर तैयार करिए ताकि हर रेलवे स्टेशन, बस अड्डे और हाईवे पर आवश्यक बुनियादी ढांचे का
Our bowlers are not able to take wickets they're waiting for the batsman to do anything wrong.
That is how our bowling lineup without Bumrah
#INDvsPAK
#ChampionsTrophy
बंद हो फोन के पहले की अमिताभ बच्चन की आवाज....
इमरजंसी कॉल
38 सेकंड में 242 जिंदगी खाक हो गईं😰
अब सोचिए अगर उस आपातकाल में अगर कोई फोन करता तो पहले 30 सेकंड तो उसको अमिताभ बच्चन की चेतावनी सुननी पड़ती,, या अगर किसी को हार्ट अटैक आ जाये ,या कोई गंभीर एक्सीडेंट हो जाये तो वो
Karun Nair is playing for his spot in the team for next Test not for the team and his selfish inning cost Rahul wicket and may be match tomorrow
#INDvsENGTest
#ENGvIND
Next Test
My playing 11
Rahul
Jaiswal
Sai
Gill
Pant
Karun Nair (One more chance)
NKR
W Sunder/ Kuldeep Yadav
Bumrah
Harshit Rana
Arshdeep Singh
#INDvsENG
Day 3 NDTV
1977 से 2017 तक 40 साल में 2000 पुल ढहे। पिछले 10 साल में 500+। हर महीने औसतन 4 पुल टूटते हैं।
15 साल पुरानी गाड़ी चलाने पर जनता को जेल की हवा खानी पड़ती है, लेकिन 45 साल पुराने जर्जर पुलों पर सरकारें जनता को मौत की सैर करवाती हैं। ये कैसा इंसाफ? ये कैसा ‘विकास’?
Day 4 NDTV
क्या हम वाकई इलाज करवा रहे ? या इलाज के नाम पर शिकार बनते जा रहे हैं? क्योंकि बीमार आप, दर्द आपका, खर्चा आपकी जेब से.. लेकिन डॉक्टर जो पर्चा लिखते हैं, वो मरीज के लिए नहीं होता, बल्कि दवा दुकानदार के लिए होता है। America में हमारी सस्ती दवा बिकती और हम लूटे जा रहे।
जनसंख्या के आधार पर भारत में अब सिर्फ एक नहीं, 2 भारत हैं..
पहला आम भारत जहां कतार, धक्का-मुक्की, अफरा-तफरी, नियम-कानून, घंटों का इंतज़ार है। दूसरा VIP भारत जहां ना लाइन, ना नियम, ना इंतज़ार। वहां सिर्फ पहुंच चाहिए या पैसा, और काम मिनटों में हो जाता है।