क्रिकेट या शहादत? 😡
जनरल GD बक्शी फट पड़े -
“5 शहीदों के घर तक कोई नेता नहीं गया… और आप India-Pak मैच खेलेंगे?” 🏏
“PM ने कहा था - बम, बंदूक और बारूद के बीच बात नहीं हो सकती…
तो पहलगाम के बाद क्रिकेट कैसे हो सकती है?”
सब पैसे का खेल है…
देश का ग़ुस्सा कहाँ है? 🇮🇳
चित्रा जी- मां को राजनीति में घसीटने की हिम्मत कहां से आती है?
मोदी जी के मां को गाली देने वाला मानसिक पागल था!
मग़र,
BJP का प्रदेश अध्यक्ष तो पागल नहीं है जिसने राहुल जी के मां को गाली दी!
मोदी जी ने बिहार के DNA को गंदा कहा, वो तो पागल नहीं है!
गुजराती DNA अच्छा और बिहारी
🔥 याद रखो इतिहास 🔥
▪️1986: इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप बॉयकॉट किया।
▪️1990: पाकिस्तान ने इंडिया में होने वाला एशिया कप बॉयकॉट किया।
▪️1993: इंडिया-पाक तनाव की वजह से एशिया कप ही कैंसिल हो गया।
▪️2008: इंडिया ने पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी खेलने से इनकार कर दिया।
तब
उस माँ का दर्द नहीं दिख रहा मोदी जी या अमित शाह जी को जिनके बेटों को पहलगाम में मार दिया गया ,जिनके बेटे देश के लिए शहीद हुए?
अमित शाह जी देश प्रेम के गीत गाते हैं!
उनके बेटे रुपयों के लिए भारत-पाक मैच कराते हैं!
पैसा बलिदान से ऊपर है क्या ?
जिनके परिवार नहीं हैं
इन्हें कोई पद न दीजिए
यह संवेदनाओं से अभिन्न
जीवन से खिन्न
अकेलेपन से तनावग्रस्त हैं
अंदर से खोखले
ऊपर से मस्त हैं
अहंकार में जीते हैं
हलाहल बांटते हैं
कोलाहल में जीते हैं
कोईभी निर्णय स्वस्थ नही ले सकते
अनुभव से अनभिज्ञ हैं
तनाव ही दे सकते?
- अरुणेश मिश्र
भारत एक समय था, जब सिद्धांतों के लिए ट्रॉफी ठुकरा दी जाती थी।
1974 का डेविस कप फाइनल याद कीजिए। सामने दक्षिण अफ्रीका की टीम थी।
भारत को खिताब जीतने का सुनहरा अवसर था। मगर उस दौर में हमारे पासपोर्ट पर साफ़ लिखा होता था— “साउथ अफ्रीका नहीं जा सकते”
रंगभेद के खिलाफ़ भारत ने अपना
अनुराग ठाकुर का ये कहना कि “मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में बहिष्कार नहीं किया जा सकता” 👉 सरासर झूठ है।
● 1986 में भारत ने एशिया कप का बहिष्कार किया था।
● 1996 वर्ल्डकप में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज कोलंबो खेलने नहीं गए, पॉइंट्स छोड़ दिए।
● पाकिस्तान से द्विपक्षीय सीरीज़ मनमोहन
कितना आगे निकल रहा है छत्तीसगढ़
इतना आगे निकल गया है कि अब न्यूड (मतलब निर्वस्त्र पार्टी) के आयोजन होने जा रहा है, जिसका बाकायदे सोशल मीडिया के जरिये प्रचार किया जा रहा है।
हमारा समाज और आज की पीढ़ी किस ओर जा रही है इस पर विचार करना अत्यंत आवश्यक है
अक्षय कुमार की फिल्म “अजनबी” (2001) का सबसे चर्चित और पॉपुलर डायलॉग था —
“Everything is planned.”
🔺 22 अप्रैल को पहलगाम में धर्म पूछकर पुरुष नागरिकों की हत्याएँ!
🔺 स्तब्ध देश, राष्ट्रवाद गुंजायमान करती सरकार.
🔺 लगभग 15 दिनों के बाद पाकिस्तान को बता कर पाकिस्तान पर हमला.
🔺
कितना मजाक चल रहा है देश में...
महज दो महीने पहले ही दिलजीत दोसांझ की फिल्म का विरोध किया गया था सिर्फ इसलिए क्योंकि इसमें पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर ने काम किया था जबकि फिल्म की शूटिंग बहुत पहले हो गई थी तब हालात सामान्य थे...फिर भी फिल्म को इंडिया में रिलीज नहीं होने दिया।
" फर्ज और फर्जी " में सिर्फ मात्रा भर का फर्क होता है,
अगर मैं अपने देश और अपने फौजी भाइयों के साथ आज नहीं खड़ा हुआ तो अपनी नजरों में फर्जी बन कर रह जाऊंगा। 🙏🙏
#INDvsPAK #IndiaVsPakistan