हम"ठाकुर"हैं!
सबको साथ लेकर चलते हैं!
समाजवाद में किसी एक जाती को टार्गेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नही!जब हम दूसरों के बारे में गलत नही सुन सकते तो अपने(ठाकुरों)पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नही बर्दाश्त करेंगे!
#माननीय_संसद_श्री_मनोज_झा_के_विचारों_का_पुरजोर_विरोध!
महाराज, उद्यम से विधि का अंक उलट जाता है,
किस्मत का पाशा पौरुष से हार पलट जाता है।
और उच्च अभिलाषाएँ तो मनुज मात्र का बल हैं,
जगा-जगा कर हमें वही तो रखती निज चंचल हैं।
दुसरो के सामने खुद को अच्छा दिखाता है,
विरोधी हमेशा भीड़ में खौफ फैलाता है।
राज्यसभा में ठाकुर को शोषक का रूपक प्रचार करना दुर्भाग्यपूर्ण, इसका कड़ा विरोध होगा।
#AnandMohan
धरनिरपेक्षता और जातिनिरपेक्षता की बात करने वाले सदन में कैसे इस जातिगत टिप्पणी को बिना प्रतिक्रिया के मौन रहकर स्वीकार कर लिया गया, यह संसद में उपस्थित लोगों का दोगलापन और कायरता दिखाता है।
यह भारत के संविधान पर हमला है, बाबा साहब की गरिमा पर हमला है।
हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख धर्म ग्रंथों से ठाकुर को निकाल सकती है राजसभा में बैठी सभा ?
संविधान के पृष्ठों पर से ठाकुर जी भगवान राम और कृष्ण को भी निकाला जा सकेगा ?
ठाकुर जो न्याय और पालनहार का प्रतीक है उसे भरी राज्यसभा में शोषक का रूपक प्रचारित करने की चेष्टा करना घोर षड्यंत्र
लिख रहा हूं मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा, इंकलाब लाएगा
भारत के अमर शहीद भगत सिंह जी की जन्मजयंती पर कोटि कोटि नमन।
#BhagatSingh
जिस देश में रावण को मारने की परंपरा रही है,
वहां ठाकुर को मारने की कथा लिखी जा रही है।
भगवान राम को इमाम कहने वाले देश में राज कर रहे हैं।
गर्व से कहो भगवान राम, कृष्ण, महावीर, बुद्ध की परंपरा के ठाकुर हैं हम।
ठाकुर का कुंआ तो सबके लिए होता था,
मगर इसी देश में उद्योगपति दूध से अधिक मंहगा पानी बेच रहे हैं, उसके खिलाफ आज तक किसी फर्जी समाजवादी और फर्जी हिंदुत्ववादी राष्ट्र भक्तों ने क्यूं नहीं बोला राज्यसभा में ?
कब तक पाखंडी इस देश को छलते रहेंगे ?
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के साथ मेवाड़ की रक्षा के लिए तत्पर रहने वाले, स्वामिभक्ति के प्रतीक भोमट ठिकाने के वीर राणा पुंजा सोलंकी जी की जयंती पर कोटि कोटि नमन।
गूंज रहा यश कालजयी उस वीरव्रती क्षत्राणी का,
दुर्गावती गौंडवाने की स्वाभिमानिनी रानी का।
उपजाये हैं वीर अनेकों विध्ंयाचल की माटी में,
दिये कई है रत्न देश को मॉ रेवा की घाटी ने।।
गोंडवाना की महान वीरांगना दुर्गावती चंदेल जी की जन्मजयंती पर शत शत नमन।