
दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳
@jadaunsdushyant
शौर्यं तेजो धृतिर्दाक्ष्यं युद्धे चाप्यपलायनम्।
दानमीश्वरभावश्च क्षात्रं कर्म स्वभावजम्॥
A Proud Indian A Proud Rajput
ID: 1396123864212688898
22-05-2021 15:20:56
10,10K Tweet
133 Takipçi
67 Takip Edilen


दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 ✿ बर्फी 🦋✿❥ ER Manoj 🌺 शिव 🌺 Shre_parn🇮🇳❣️राव साहेब❣️ 👉⛑️DESI🤡💫B🥳Y..🏖️🥂🍷 Anjali Singhal हम_पंछी_एक_ड़ाल_के #HPEDK 🐥🐥💕🐥🐥 लफ़्ज़ों से नहीं, आँखों से बयां हो गई , . जो बात कह न सके, ख़ामोशी कह गई। #बज्म

दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 अजय मिश्रा ✿ बर्फी 🦋✿❥ ER Manoj 🌺 शिव 🌺 👉⛑️DESI🤡💫B🥳Y..🏖️🥂🍷 Anjali Singhal हम_पंछी_एक_ड़ाल_के #HPEDK 🐥🐥💕🐥🐥 मिलता हू ज़माने वालो से एक दायरा ए लिबाज़ में तूझ को रूह से ज़िस्म का लिबाज़ हटा के मिलना चाहता हूँ💕 @ताजा✍✍ #अपनी मौज का मुसाफ़िर💕💕 #बज्म शब्द श्रंखला 2


दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 Shre_parn🇮🇳❣️राव साहेब❣️ अजय मिश्रा ✿ बर्फी 🦋✿❥ ER Manoj 🌺 शिव 🌺 👉⛑️DESI🤡💫B🥳Y..🏖️🥂🍷 Anjali Singhal हम_पंछी_एक_ड़ाल_के #HPEDK 🐥🐥💕🐥🐥 ना कुरेदु जब तलक तेरा दिया गया हर ज़ख्म हर रात मुझे अधूरी सी लगती है तब तलक मुझे नींद कहां आती है .!? #स्वरा #बज़्म

🌺 शिव 🌺 दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 Shre_parn🇮🇳❣️राव साहेब❣️ अजय मिश्रा ✿ बर्फी 🦋✿❥ 👉⛑️DESI🤡💫B🥳Y..🏖️🥂🍷 Anjali Singhal हम_पंछी_एक_ड़ाल_के #HPEDK 🐥🐥💕🐥🐥 तमाम रातों पे भारी आज हिज़्र की रात है फुरकत में बदल रहे करवट यादों का सैलाब है ...💔💔 #बज्म

🌺 शिव 🌺 ✿ बर्फी 🦋✿❥ ER Manoj दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 Shre_parn🇮🇳❣️राव साहेब❣️ अजय मिश्रा 👉⛑️DESI🤡💫B🥳Y..🏖️🥂🍷 Anjali Singhal हम_पंछी_एक_ड़ाल_के #HPEDK 🐥🐥💕🐥🐥 जहाँ इश्क़ मुमकिन ना हो वहाँ इज़हार नहीं करते जो क़दर ना करे उस पे हम जाँ निसार नहीं करते ✨ #રાધાસ્વરા #बज़्म









दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 मेरे दर्द भरे अल्फाज, मेरे नगमों में झलकते हैं गजल भी रोती है जब, मेरे जज़्बात उबलते हैं अक्सर वफा की खुशबू मेरी रूह से आती है जब मेरे दिल के दर्द, आह करके पिघलते है पत्थर है ज्यादा अच्छा,राह नहीं बदलता है जाने क्यों इश्क में लोग,रोज रोज बदलते हैं #बज़्म

दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 आ लौट चलें नदिया के उस पार जहां है अपना गांव, आ लौट चलें.. जहां है सोंधी मिट्टी की खुशबू और है पीपल की छांव, आ लौट चलें.. जहां करुणा की मूरत रहती है दुनिया जिसे माँ कहती है लौट चलें उस ठाँव, आ लौट चले.. #बज़्म

दुष्यन्त सिंह 'सरोज' 🇮🇳 शरद के चाँद सी उजली लहर पर तैरती कमल सी, पतित पावनी प्रिये तुम काशी के, गंगाजल सी........... मृदुल मोम सा है मृदु तन सूर्योदय की धूप सी तुम, सोनजूही की पंखुरियों सी हो स्वर्ण सी प्रेयसी तुम..........✍️ #बज़्म
