
SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर)
@surinderjeet63
Assistant Commissioner of Police (DELHI POLICE) (Retired), PRESIDENT POLICE MEDAL AWARDEE, SOCIAL WORKER, MOTIVATIONAL SPEAKER, @ACP_SURINDER_K
ID: 1483466666151661575
https://youtu.be/gsjF__Es5nU 18-01-2022 15:51:05
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लगी थी आग नशेमन में जो, वो अश्क़ों से बुझा ली थी, मगर इन अश्क़ों से जो भड़की है वो बुझायें कैसे, डूबी थी कश्तियाँ समंदर में जो, वो तो बचा ली थी, मगर इन अश्क़ों में जो डूबे हैं तो बचायें कैसे। #जीत✍️ #मेरे_एहसास SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत


कोशिश तो बहुत की थी, हर बार निभाने की, जब दिल ही टूट गया तो रिश्ते कहाँ बच पाते? लड़कर जुदा गर होते तो शायद मना भी लेते, थक कर चले गए जो फिर लौट कर क्या आते। #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत

जो रोशनी थी कभी, अब धुंधला दीया है बनी, वो चिराग़ जो हवाओं से बेख़बर हो गया। कभी जो कांधों पे था, बाग़बां की तरह, अब उसी बाग़ का वो एक शजर हो गया। सोचा तो शर्म से नीचा…. #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत

यद्यपि यह बहुत कठिन है, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपकी जीत की प्रक्रिया में किसी की आत्मा को ठेस न पहुंचे। स्वाभाविक रूप से हमारी जीत विरोधियों को हतोत्साहित करती है। भविष्य में बाधाओं से बचने के लिए उन्हें खुश रखें। SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत


हर सफ़र बेमक़सद सा लगता है अब तो, मंज़िलों का भी कोई असर दिखता नहीं। कुछ तो बाकी है जो दिल को कचोटे जाता है, वरना दर्द भी अब तो असर करता नहीं। #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत

ज़ख़्म इतने हैं कि अब रिश्ता नहीं रहा दर्द से, बेज़ान ज़िस्म को भी इंतज़ार रुख़्सती का है , हद तो ये है कि अब मौत भी दूर से तकती है, उसको भी इंतज़ार मेरी ख़ुदकुशी का है। #जीत ✍️ #unknown SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत

“धूल में दबे हैं हज़ारों क़िस्से मोहब्बतों के, हर कोना गवाह है दिल के उजड़ने का।” ये टूटे दरो-दीवार भी अब बातें करते हैं, कभी यहाँ रौनकें थीं, अब सन्नाटे बरसते हैं। ये हवेली भी वीरान है कुछ इस तरह, जिसे अपनों ने छोड़ा और ग़ैर भी तरसते हैं #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर)

वो जो अपने घर से दूर रहकर भी, हर घर की रक्षा करते हैं, माँ की दुआओं को हथियार बना, दुश्मनों से जा लड़ते हैं। मुहाफ़िज़ हैं वो—इस ज़मीन के, अमन के और अभिमान के, झुक कर सलाम है उन्हें—हिंद की जान, हिंदुस्तान के। #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत

जिनकी बातों में हो मीठा ज़हर छुपा, वक़्त आने पर वही तुझको दगा देंगे। बच के रहना उन लोगों से जो वाह-वाह करें, कभी फुसलाकर तुझे खाई में गिरा देंगे। जो टोक दे तुझे ग़लती पे सरेआम कभी, वो ही हैं जो तुझे बेहतर बना देंगे। #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत




दौड़ने दो खुले मैदानों में, इन नन्हें कदमों को जनाब, जिंदगी बहुत तेज भगाती है, बचपन गुजर जाने के बाद। SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत


हर दिन ये कटा तेरी उल्फ़त में, हर रात कटी निगाहों में, तुम वादा कर के भी ना लौटे, मैंने उम्र गुज़ार दी राहों में। #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत



“इश्क़ सिर्फ़ जज़्बात नहीं, ये सब्र और वफ़ा भी है, तू मेरा था, है — और रहेगा, बस यही दुआ भी है।” #जीत ✍️ SURINDER JEET KAUR (सुरेंद्र जीत कौर) SURINDER JEET KAUR (ਸੁਰਿੰਦਰ ਜੀਤ ਕੌਰ) सुरिंदर जीत
