माता बच्चे की प्रथम गुरु और परिवार प्रथम विद्यालय होता है जहाँ उसे मूल संस्कार व सही-गलत का ज्ञान मिलता है। माता-पिता ही बच्चों के Shaping Future, बौद्धिक, आध्यात्मिक व चारित्रिक गुणों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
Sant Shri Asharamji Bapu
#ValueBasedParenting