जिन मादरचो@दो को को अंग्रेजो के आने से पहले देश क्या होता है ❓ संविधान क्या होता है❓न्याय क्या होता है❓ ये तक पता नहीं था
वो भोस@ड़ीवाले खिलजी की नाजायज औलादे
संविधान पर सवाल उठाते हैं।
भो@सड़ीवाले, एक बार अपना भविष्यपुराण भी शेयर कर दे जिसमें मुल्लो को अपना नाजायज बाप घोषित कर रखा है ब्राह्मणों ने
रही बात हलाला की तो वो तो ब्राह्मण धर्म में भी है
मुगलों के बिस्तर पर अपनी बहन- बेटियां भेजकर जजिया कर माफ करवाने वाले द@ल्ले,
मुगल दरबार में भांड़ की नौकरी और मुजरा करने वाले चुटियाधारी, चप्पलचोर चुनमंगिया खानाबदोश ब्राह्मण, साले अपनी बहन- बेटियों के गप्तांग मुगलो को बेंचकर जमीन के पट्टे करवाने वाले हमे ज्ञान दे रहे हैं 😀
शंकराचार्य अनपढ़, गंवार, बैलबुद्धि है लेकिन तुम तो पढ़े लिखे हो व्हाट्सएप युनिवर्सिटी के प्रोफेसर साहब
ये शंकराचार्य है या नेता पहले ये तय कर लो तुम लोग, क्योंकि एक संत को राजनैतिक मुद्दो से क्या लेना- देना?
मैं भारत में सभी ब्राह्मणों को खुला चैलेंज करता हूँ, अगर वाकई ब्राह्मण 11 बाप ( नियोग की औलाद) नहीं होते हैं तो 1 साल के अंदर अपना एक संविधान बनाकर पेश करे, जो देश के सभी वर्गों के लिए हितकारी हो।
तेरी मैया की गली- सड़ी चू@त में कीड़े पड़ें, रां@ड़ की औलाद, साले जाहिल कोटा ईडब्ल्यूएस से पास होने वाले हरा@मखोर निकम्मे, तुम साले कबसे टैक्स देने लगे रे खिलजी की औलादों, 1 करोड़ टैक्स के बदले 1000 करोड़ लूटकर भागने वाले साले चोर उचक्के, देश हमारे पैसे से चलता है।
अरे तूं ऊंच ही रह, और अपने पितरों को अपनी माहवारी ( मासिक धर्म) पीला
ना ना ऐसा मैं नहीं, परासरस्मृति बोलती है
तुम जैसै के लिए मनुस्मृति, परासरस्मृति लागू हो जानी चाहिए