पुलकन (@untold_things99) 's Twitter Profile
पुलकन

@untold_things99

ज़िंदगी का सफर...
सुख दुःख और अंखमिचौली 🌻

ID: 1571508639218954241

calendar_today18-09-2022 14:37:25

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🌸 (@meshital_) 's Twitter Profile Photo

जीवन में किसी से प्रेम होना इसलिए भी जरूरी है कि,तुम अनुभव कर सको की असल में प्रेम क्या है, कैसा है..क्योंकि,इसे शब्दों में बताया नहीं जा सकता,शब्द बहुत मर्यादित होते हैं, वह हमारे अनुभव को व्यक्त करने में अक्षम होते हैं..अनुभूति तो किसी भी बात को जीने के बाद ही होती हैं न ♥️

जीवन में किसी से प्रेम होना इसलिए भी जरूरी है कि,तुम अनुभव कर सको की असल में प्रेम क्या है, कैसा है..क्योंकि,इसे शब्दों में बताया नहीं जा सकता,शब्द बहुत मर्यादित होते हैं, वह हमारे अनुभव को व्यक्त करने में अक्षम होते हैं..अनुभूति तो किसी भी बात को जीने के बाद ही होती हैं न ♥️
राघवेन्द्र चतुर्वेदी 🩷 (@raghvendra_101) 's Twitter Profile Photo

और फिर मैं ठिठक गया उसी क्षण की कालातीत सीमा पर जहाँ तुम इस सम्पूर्ण सृष्टि की शोभा और इस रात्रि की दिव्यता का अंतिम प्रयोजन बन चुकी थी। ❤️🫶

कवि mika (@kavicynthia) 's Twitter Profile Photo

सोलह श्रृंगारों में सबसे अहम सबसे प्रिय श्रृंगार तुम हो तुम ही हो मेरी आँखों में काजल बिंदी चूडिय़ां सम्पूर्ण सौंदर्य तुम हो तुम्हें अगर जल कहूँ तो मैं मीन हूं तुम में ही तुमसे ही तुम तक ही.....।।

जा दू ग र ♡🌻 (@arav_words) 's Twitter Profile Photo

प्रेम – कभी बाँटा नहीं जा सकता, वह सिर्फ़ फैलता है, जैसे एक अग्नि जो हर युग की स्त्री और हर युग के पुरुष को एक ही शाश्वत लौ में विलीन कर देती है । / आरव 🌻

राघवेन्द्र चतुर्वेदी 🩷 (@raghvendra_101) 's Twitter Profile Photo

भरोसा..ये शब्द बहुत साधारण सा शब्द लगता है, लेकिन यही साधारण सी चीज़ सबसे कठिन और सबसे अनमोल है। रिश्ता तभी टिकता है जब उसके भीतर भरोसा सांस ले रहा हो। वरना चाहे कितना भी प्रेम जताया जाए, चाहे कितने ही वादे किए जाएं, सब कुछ खोखला पड़ जाता है। आज हालात ये हैं कि लोग भरोसे को अपनी

राघवेन्द्र चतुर्वेदी 🩷 (@raghvendra_101) 's Twitter Profile Photo

रोज की तरह फिर से शाम ढल गई और खिड़की से आती हल्की सी रौशनी कमरे से धीमे-धीमे मिट रही है। घड़ी की सुइयाँ रात की ओर खिसक रही हैं और मैं हमेशा की तरह कमरे की खामोशी में बिस्तर पर पड़ा हुआ अपनी पुरानी डायरी पलट रहा हूँ। वही पन्ने, वही लिखे हुए शब्द, जो हर बार पढ़ने पर नए लगते हैं,

जा दू ग र ♡🌻 (@arav_words) 's Twitter Profile Photo

और जब तुम  मेरी गर्दन पर अपनी साँस रखती हो , तो मुझे लगता है – मैंने अभी-अभी ईश्वर को छू लिया हो। / आरव 🌻

और जब तुम 
मेरी गर्दन पर अपनी साँस रखती हो ,
तो मुझे लगता है –
मैंने अभी-अभी
ईश्वर को छू लिया हो।
/ आरव 🌻
तृप्त ...🖤 (@yaduvanshi32) 's Twitter Profile Photo

फिजिकल रिलेशन को हमने जीवन का शिखर मान लिया है, जबकि यह केवल जीवन का एक छोटा-सा अंश है। सच्ची तृप्ति वहाँ नहीं है जहाँ केवल शरीर का मिलन हो, बल्कि वहाँ है जहाँ आत्मा का आत्मा से साक्षात्कार हो। हमारे समाज ने इसे एक टैबू बना दिया, छुपाने की चीज़ बना दिया और जितना छुपाया गया, १/२

फिजिकल रिलेशन को हमने जीवन का शिखर मान लिया है, जबकि यह केवल जीवन का एक छोटा-सा अंश है। सच्ची तृप्ति वहाँ नहीं है जहाँ केवल शरीर का मिलन हो, बल्कि वहाँ है जहाँ आत्मा का आत्मा से साक्षात्कार हो।

हमारे समाज ने इसे एक टैबू बना दिया, छुपाने की चीज़ बना दिया और जितना छुपाया गया,
१/२
harishankar parsai (@harish_parsai) 's Twitter Profile Photo

रात उस प्रेमी की साथी है—जिसका दूर बसा प्रियतम चाँद में उतर आता है। रात उस कवि की साथी है—जो तारों को देखकर अपनी कलम पर चाँदनी उतारता है और कल्पना को आकाश की उड़ान देता है। रात उस मज़दूर की भी साथी है—जो दिनभर पसीने से लथपथ होकर थकान से बिस्तर पर गिरता है।

Painkra ji (@painkraji_) 's Twitter Profile Photo

"जहाँ सृष्टि की उलझनें ख़त्म होती हैं, वहाँ से शुरू होता है मेरा सुकून।" 🩷🖤 #BheegateLafz ✍️

"जहाँ सृष्टि की उलझनें ख़त्म होती हैं,
वहाँ से शुरू होता है
मेरा सुकून।" 🩷🖤
#BheegateLafz ✍️
नि:स्पृह (@yuwa_power) 's Twitter Profile Photo

तुम मेरी जिंदगी में अमावस्या की रात के बाद एक प्यारी सुबह की तरह आई हो जिसने मेरे जीवन को एक नई दिशा दी है तुम्हारी मासूमियत, तुम्हारी सादगी, और तुम्हारी सकारात्मकता ने मुझे बहुत ही ज्यादा प्रभावित किया जो मेरे दिल को छू गई

......रंगरेज़ ...... (@gyans1590) 's Twitter Profile Photo

जन्म उद्घाटन है जन्म वह क्षण है जब आत्मा अनन्त से सीमित में उतरकर मृत्यु की ओर प्रवाहमान यात्रा आरम्भ करती है मृत्यु विसर्जन है,मृत्यु भय नहीं वह अंतिम ताण्डव है,जिसमें सीमित से अनन्त की ओर चेतना पुनः नृत्य करती हुई चली जाती है जन्म भी नृत्य है,मृत्यु भी नृत्य होना चाहिए🌸😊

Painkra ji (@painkraji_) 's Twitter Profile Photo

— मासिकधर्म — "जिस स्त्री की पीड़ा से जीवन की शुरुआत होती है, उसी को तुम मंदिर के द्वार से रोकते हो? सोचो— अगर उसका रक्त अपवित्र है, तो तुम्हारा अस्तित्व किस "पवित्रता" से जन्मा? वह रक्त, जो तुम्हें इस संसार में लाया, जो जीवन की पहली धड़कनें और संवेदनाएँ देता है, 1/2

— मासिकधर्म —
"जिस स्त्री की पीड़ा से जीवन की शुरुआत होती है,
उसी को तुम मंदिर के द्वार से रोकते हो?
सोचो—
अगर उसका रक्त अपवित्र है, तो तुम्हारा अस्तित्व किस "पवित्रता"  से जन्मा?

वह रक्त, जो तुम्हें इस संसार में लाया,
जो जीवन की पहली धड़कनें और संवेदनाएँ देता है,
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Osho ओशो 🪷 (@oshodharma) 's Twitter Profile Photo

एक नई हवा, एक नया माहौल, एक नया वातावरण चाहिए--जहां यह पुरानी जिद चली जाए; जहां धर्म जबरदस्ती न थोपा जाता हो; जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी मौज से अपना धर्म चुने। जिस दिन एक-एक घर में पांच-पांच सात-सात धर्मों के लोग होगें, उस दिन दुनिया जरूर सुंदर होगी। उस दिन दुनिया में बड़ा

एक नई हवा, एक नया माहौल, एक नया वातावरण चाहिए--जहां यह पुरानी जिद चली जाए;
जहां धर्म जबरदस्ती न थोपा जाता हो; जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी मौज से अपना धर्म चुने।

जिस दिन एक-एक घर में पांच-पांच सात-सात धर्मों के लोग होगें, उस दिन दुनिया जरूर सुंदर होगी।
उस दिन  दुनिया में बड़ा
तुमसे, तुम्हारी बातें .. (@poetrypragyas) 's Twitter Profile Photo

.. जब हाथों से कुछ छूटने लगता है तो उससे मोह और बढ़ता जाता है, जैसे मुरझाता पुष्प, जीवन के गुजरते क्षण और किसी प्रिय का बिछड़ता हुआ हाथ..

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जब हाथों से कुछ छूटने लगता है तो उससे मोह और बढ़ता जाता है, जैसे मुरझाता पुष्प, जीवन के गुजरते क्षण और किसी प्रिय का बिछड़ता हुआ हाथ..
राघवेन्द्र चतुर्वेदी 🩷 (@raghvendra_101) 's Twitter Profile Photo

अक्सर मैं यही सोचता हूं! हम हर दिन अनगिनत लोगों से गुजरते हैं, उनकी बातें सुनते हैं, हँसी सुनते हैं, कभी-कभी शोर में खो जाती आवाज़ें भी । पर क्या हम कभी ध्यान से सुनते हैं? सच में, पूरी तरह से? कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने भीतर पूरी दुनिया लिए घूमते हैं। आप उन्हें बस सामान्य लोग समझ

जा दू ग र ♡🌻 (@arav_words) 's Twitter Profile Photo

किताबों के साथ-साथ मैं तुम्हारा हाथ थामना चाहता हूँ जहाँ किताबें जीवन को नई दिशा देती हैं वहीं तुम्हारा साथ – उस दिशा में चलने के लिए ऊर्जा । / आरव 🌻

किताबों के साथ-साथ
मैं तुम्हारा हाथ थामना चाहता हूँ
जहाँ किताबें जीवन को नई दिशा देती हैं
वहीं तुम्हारा साथ –
उस दिशा में चलने के लिए ऊर्जा ।
/ आरव 🌻
राघवेन्द्र चतुर्वेदी 🩷 (@raghvendra_101) 's Twitter Profile Photo

सभी के जीवन में एक वक्त आता है जब मोटिवेशन सुनते-सुनते मन बोझिल हो जाता है। वही बातें, वही नसीहतें, वही घिसे-पिटे तर्क वितर्क। शुरुआत में लगता है कि शायद इनमें कुछ ताकत है, पर धीरे-धीरे सब खटकने लगता है। ऐसा लगता है मानों हर कोई हमें समझाने के लिए पैदा हुआ हो, जबकि असलियत ये है

रुद्र ✍️ (@hello_dhruv_) 's Twitter Profile Photo

जब भी मैं उसकी झील सी गहरी आंखों में देखता हूं तब वो मेरी आँखों का दर्पण बनकर, मेरे छुपे राज़ उजागर कर देती हैं, जैसे मेरे सीने में छुपे दर्द को आवाज़ दे रही हो। जो अंधकार मैने अपने भीतर छुपा रखा है, एक झलक से रिसने लगता है, मानो मेरे सारे दर्द उसके भीतर नग्न हो विचरण कर रहे हैं।