बेटे की बात पर जो उछल-कूद कर रहे थे,उनको उसके बाप को सुन लेना चाहिए!
मजदूर को खोदना और बाप को बोलना नहीं सिखाना चाहिए!
कल को कोई राजपूत समाज का कपूत आकर बोल देगा कि उनकी उत्पति आदिवासी से हुयी है तो वो कोई सच थोड़ी माना जाएगा!
इन कपूतों को लात मारो!🐖