शारीरिक शिक्षकों की तरह शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की समान अर्हता है।
क्या इन्हें अंशकालिक और मात्र 8000रु वेतन देना न्यायोचित है?
किसी भी प्रतियोगिता मशाल,खेल,योग या सरकारी कार्य यथा चुनावी कार्य जनगणना,दारोगा बहाली में ड्यूटी और भी कई अन्य कार्यों के लिये प्रतिनियुक