2 सितम्बर 1994 उत्तराखंड आन्दोलन के इतिहास की एक और हत्यारी तारीख है.इसी दिन मसूरी में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे आन्दोलनकारियों पर पुलिस और पी.ए.सी. द्वारा गोली चलाई गयी और 6 आन्दोलनकारी,जिनमें 2 महिलायें-हंसा धनाई और बेलमति चौहान भी शामिल थीं,शहीद हुए.इनमें बेलमति चौहान के तो
शुभ कामनाएं : रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लाक स्थित ग्राम टुखिंडा की रहने वाली व उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध लोक गायिका हेमा नेगी करासी को मिला तीलू रौतेली पुरस्कार ❤। अपनी मखमली आवाज से उत्तराखंड की संस्कृति को दर्शाने वाली लोकगायिका है हेमा नेगी करासी
ये लो अब उत्तराखंड की टूरिज्म नीति पर सवाल खड़े करने वाले तुंगनाथ के पुजारी पर भी केस की धमकी दोगे क्या? और आता ही क्या है यहाँ की सरकार और पुलिस को।
पिकनिक स्पॉट बना दिया है संतरों ने हमारी देवभूमि को।
परमवीर अब्दुल हमीद का आज शहादत दिवस है. 10 सितंबर 65 को जीप पर माउंटेड आरसीएल गन से ही उन्होंने अमेरिका द्वारा पाकिस्तानी सेना को दिए गए आठ पैटन टैंक उड़ा दिए, और 9वें टैंक पर प्रहार करते समय शहीद हो गए.
इस अदम्य साहस और रणनीतिक कौशल के लिए उन्हें शहादत के सिर्फ़ 5 दिन बाद 16
टू गुड टू लीड ए ब्लडी रिवोल्यूशन!!
श्रीलंका, बंग्लादेश और नेपाल में एक पैटर्न खोजने की कोशिश है। विशेषकर सत्ता समर्थंक वर्ग भय में है। सोशल मीडिया पर छिपी धमकियां और खुली चेतावनी दे रहा है।
सहमे संघियो को राहुल गांधी,CIA, चीन और जार्ज सोरोस की चौकड़ी का अगला टारगेट, मोदी सरकार
दो वर्ष तक नौकरी करने के बाद एक अंधभक्त व्यक्ति को समझ में आया
कि इन दो सालों में ना कोई प्रमोशन, ना ट्रांसफ़र, ना कोई तनख्वाह वृद्धि,
और कम्पनी इस बारे में कुछ नहीं कर रही है..
उसने फ़ैसला किया कि वह HR मैनेजर से मिलेगा
और अपनी बात रखेगा...
लंच टाईम में वह HR मैनेजर से मिला
अलविदा ज़ुबीन। ईश्वर असम को यह दुख सहने की शक्ति दे। हमने अपने जीवन में ऐसी भव्य विदाई नहीं देखी, जहां जनता ज़ुबीन की चिता की हर लपटों के साथ ज़ुबीन के गाने गा रही है। ज़ुबीन के अलावा कोई कुछ कहना नहीं चाहता, किसी और चीज़ के बारे में सुनना नहीं चाहता है। पिछले तीन चार दिनों में
"पेपर चोर, गद्दी छोड़"
सभी उत्तराखंडवासियों और भारतवासियों को मेरा संदेश मैं इस वीडियो के माध्यम से दे रही हूं। हमारे सनातन धर्म में भी कहा गया है "गलत करने से ज्यादा गलत सहने वाला होता है" इसलिए अगर हम गलत देख कर आंखें बंद कर रहे हैं, गलत सुनकर कान बंद कर रहे हैं, अपने अधिकारों
आप पैसे खर्च करके देश के हर पेट्रोल पंप पर या राशन के झोलों पर या फिर शौचालय के प्रचार-प्रसार पर अपनी फोटो छपवा सकते हैं।
लेकिन कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के हॉल में तो डॉक्टर साहब की ही फोटो मिलेगी । कैम्ब्रिज डॉ मनमोहन सिंह के नाम पर स्कालरशिप भी देता है। क्यों कि डॉ मनमोहन सिंह
कैबिनेट मीटिंग थी।
माहौल तनावपूर्ण था।
प्रभासतीर्थ में पैर में बाण लगने के बाद,श्रीकृष्ण देहत्याग कर चुके थे। खबर थी कि वे तेजी से स्वर्गलोग की ओर बढ़ रहे हैं।
ये गम्भीर सूचना थी। उनका ज्ञान और दैवत्व, पूरी इंद्रसभा पर भारी था।
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तो बादलों के बीच, रेडार से छिपकर बने कक्ष
गोपेश्वर मा स्कुल्या छोरों न धन दा की डांडी सर्या बजार मधै घुमै पर धन दाऽळ कबि जिहादी, नक्सलवादी नी बोलि।
एक ही जिकुडी च धन दा, कतगा दा लुछण।
जय धन दा
तय धन दा 🥳 🥳
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बनने के बाद एक बार नेल्सन मांडेला अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ एक रेस्तरां में खाना खाने गए। सबने अपनी अपनी पसंद का खाना आर्डर किया और खाना आने का इंतजार करने लगे।
उसी समय मांडेला की सीट के सामने वाली सीट पर एक व्यक्ति अपने खाने का इंतजार कर रहा था।
आज भी कॉंग्रेस के पास जो रिकॉर्ड है, वह देश के किसी संगठन के पास नही है । कोई 100 साल का हो या 200 साल का मगर कॉंग्रेस का रिकॉर्ड वह जीवन में कभी तोड़ नही सकते ।कॉंग्रेस वह संगठन है, जिसने केवल 61 सालों में उस सत्ता को उखाड़ फेंका,जिसका सूरज नही डूबा करता था । सही से तो हमें सन
श्रद्धांजलि देने आये हो..?
क्या पिस्तौल वही, फिर लाये हो??
वो तीन गोलियां ही काफी नही थी, तुम जान गए न। तुम जान गए कि जरूरत लाखों-लाख गोडसे और लाखों-लाख गोलियों की है।
सो तुमने पूरी ताकत लगा दी #मैं_भी_गोडसे के नारे पर। तुमने गोडसे के मंदिर बनवा दिए। अपने बच्चों के हाथों में