हेमामालिनी कईं सालों से मथुरा-वृंदावन की साँसद हैं।पर वे हमेशा से ढुलमुल और निष्क्रिय रही हैं।
हाल ही के महाकुँभ विवाद में जया बच्चन के बयानों का उन्हें जोरदार विरोध करना चाहिए था।
वे भी इसी फिल्म जगत से आती हैं।इस मामले में उनका एटीट्यूड देखिए जरा।
bjpआलाकमान को नज़र नहीं आता?