धर्मेन्द्र पालीवाल (@dharmemdrapali1) 's Twitter Profile
धर्मेन्द्र पालीवाल

@dharmemdrapali1

अस्तित्व चमकते ही
उत्तरदायित्व बढ़ जाता है
कवित्व कर कवि कहता है
आदित्य वही कहलाता है...
#🙏✍️

ID: 2859953994

linkhttps://x.com/dharmemdrapali1?t=tBTSDBMYmQMqxUyDUtNG6A&s=08 calendar_today17-10-2014 10:28:33

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नैना (@chandkpaarchalo) 's Twitter Profile Photo

यूँही मौसम की अदा देख के याद आया है किस क़दर जल्द बदल जाते हैं इंसाँ जानाँ #कसौली

कृति काव्य (@kriti_kavya_) 's Twitter Profile Photo

भरी आँखें कमज़ोर नहीं होतीं... और सूनी आँखें वीरान नहीं... आस की सख़्त मिट्टी पर टिकी... एक ख़ामोश युद्ध सी होती हैं ये... जो कभी लड़े नहीं जाते... बस जिये जाते हैं तमाम उम्र... - नीलम🌹

DIPTI 💫 (@dipti_2205) 's Twitter Profile Photo

समय को कोई बहाना देना चाहतीं हूं... #मैं एकबार फिर से मुस्कुराना चाहतीं हूं..!

रश्मि राजपूत 🚩 (@rajput58666851) 's Twitter Profile Photo

सबने खरीदा सोना. मैने इक सुई खरीद ली, सपनो को बुनने जितनी डोरी खरीद ली मेरी एक खवाहिश मुझसे मेरे दोस्त ने खरीद ली, फिर उसकी हंसी से मैंने अपनी कुछ और खुशी खरीद ली दिनों को बेचा और शामें खरीद ली फिर सस्ते में ही "सुकून-ए-ज़िंदगी" खरीद ली।

सबने खरीदा सोना. मैने इक सुई खरीद ली, सपनो को बुनने जितनी डोरी खरीद ली
मेरी एक खवाहिश मुझसे मेरे दोस्त ने 
खरीद ली, 
फिर उसकी हंसी से मैंने अपनी कुछ और खुशी खरीद ली
दिनों को बेचा और शामें खरीद ली
फिर सस्ते में ही "सुकून-ए-ज़िंदगी" खरीद ली।
Bimla Verma 🦋 (@bimlaverma6) 's Twitter Profile Photo

कंप्यूटर रो आयो जमानो कलम चलाणीं भूलग्या मोबाईल में नंबर रेग्या लोग ठिकाणां भूलग्या धोती पगडी पाग भूलग्या मूंछ्यां ऊपर ताव भूलग्या शहर आयकर गांव भूलग्या बडेरां रा नांव भूलग्या हेलो केवे हाथ मिलावे रामासामा भूलग्या, गधा राग में गावणं लाग्या सा रे गा मा भूलग्या 🦋 #राजस्थानी_गीत

वंदना ❤️ (@vandana04313496) 's Twitter Profile Photo

मज़ाक़ इश्क़ को समझोगे यूँ न तुम नासेह, लगा के दिल कहीं देखो ये दिल-लगी क्या है. ❤️ –अहसन मारहरवी

A v ! ..!™ 😉 (@avantika_2) 's Twitter Profile Photo

कितने अजीब होते है ना कुछ बंधन उनमें कोई डोर भी नहीं फिर भी बंध जाते है मन🌶🍒 #शुभरात्रि 😉😎🤓🤞

अंकिता🍁 (@parikalita_) 's Twitter Profile Photo

प्राजक्ता सा स्पर्श देकर ‘कैशोरी’ नव देह माटी का निर्माण कर नैन-नयंश बनाए करे सुसज्जित स्वरूप दिया आत्म शक्ति का जीवनोदक..! वो ही प्रथम देव, समृद्धि शुभता, विघ्नहर्ता बुद्धि में प्रगाढ़ ममत्व का मर्म समझने वाले श्री गणेश कहलाए..!! _अंकिता🍁 #छोटा_दरवाज़ा Aashi

प्राजक्ता सा स्पर्श देकर 
‘कैशोरी’
नव देह माटी का निर्माण कर
नैन-नयंश बनाए
करे सुसज्जित स्वरूप
दिया आत्म शक्ति का जीवनोदक..!

वो ही प्रथम देव, समृद्धि
शुभता, विघ्नहर्ता
बुद्धि में प्रगाढ़
ममत्व का मर्म समझने
वाले श्री गणेश कहलाए..!!

_अंकिता🍁

#छोटा_दरवाज़ा 
<a href="/aashi_871/">Aashi</a>
🍁🌻R͆a͆d͆h͆i͆k͆a͆ M͆o͆h͆a͆n͆🌻🍁 (@radhika56838231) 's Twitter Profile Photo

दिल भी तूने बनाया और नसीब भी ऐ ख़ुदा फिर वो दिल में क्यों है जो नसीब में नहीं 😘😘

𝕿𝖆𝖑𝖆𝖘𝖍𝖆 ___✍️ (@talasha_poetry) 's Twitter Profile Photo

#रात्रि_विश्राम 🌙 स्त्री जिस्म नहीं, एक संवेदना है, जिसे समझने के लिए दिल का ज़िंदा होना ज़रूरी है। वो एहसास है, कोई वस्तु नहीं, जिसे चाहा नहीं, समझा जाता है। 🌾💛🌾 #तलाशा 🕊️

#रात्रि_विश्राम 🌙 

स्त्री जिस्म नहीं, एक संवेदना है,
जिसे समझने के लिए दिल का ज़िंदा होना ज़रूरी है।
वो एहसास है, कोई वस्तु नहीं,
जिसे चाहा नहीं, समझा जाता है।
🌾💛🌾

#तलाशा 🕊️
✿ बर्फी 🦋✿❥ (@a_shiv_ki_ganga) 's Twitter Profile Photo

प्रेम की परिभाषा नहीं जानती नहीं जानती कोई व्याख्या या वर्णन क्यो है ये ऐसा नहीं जानती तेरे मेरे प्रीत का बंधन सुनूँ !!दूर तक बस सुनाई तू देता देखूँ ! जहाँ तक दिखाई तू देता! रंगत सुबहों की या साँझ का ढलका हो आँचल तेरे पास रहता मेरा ये पागल मन!✨ #बर्फ़ी ♦️ #बज़्म

प्रेम की परिभाषा नहीं
जानती
नहीं जानती कोई व्याख्या या
वर्णन
क्यो है ये ऐसा नहीं
जानती
तेरे मेरे प्रीत का
बंधन
सुनूँ !!दूर तक
बस
सुनाई तू देता
देखूँ ! 
जहाँ तक
दिखाई तू देता!
रंगत सुबहों की
या
साँझ का
ढलका हो आँचल
तेरे
पास रहता 
मेरा ये पागल मन!✨

#बर्फ़ी ♦️
#बज़्म
Malti Vishwakarma (@maltivishwaka12) 's Twitter Profile Photo

यूं तो हर पल काम के बोझ में गुज़र गया फ़िर याद तुम्हारी आने लगी शाम के बाद ~ मालती

यूं तो हर पल काम के बोझ में गुज़र गया 
फ़िर याद तुम्हारी आने लगी शाम के बाद 

~ मालती
✿ बर्फी 🦋✿❥ (@a_shiv_ki_ganga) 's Twitter Profile Photo

मन में आ जाती है यू ही अनायास कभी बारिश की रिमझिम में कहीं तारों की टिमटिम में कभी चमकती चाँदनी के साथ कभी जुगनू वाली अंधेरी रात में कहीं दिल के अहसास में कभी टूटे ख़्वाब में सफलता और असफलता आँसू और मुस्कान में !! #कविताएँ जन्म लेती हैं हर एक इंसान में!! #बर्फ़ी ♦️ #बज़्म ♥️

मन में आ जाती है यू ही
अनायास
कभी
बारिश की रिमझिम में
कहीं
तारों की टिमटिम में
कभी
चमकती चाँदनी के साथ
कभी
जुगनू वाली अंधेरी रात में
कहीं
दिल के अहसास में
कभी
टूटे ख़्वाब में
सफलता और असफलता 
आँसू और मुस्कान में !!
#कविताएँ जन्म लेती हैं हर 
एक इंसान में!!

#बर्फ़ी ♦️
#बज़्म ♥️
Gunjan Agrawal (@gunj26) 's Twitter Profile Photo

""व्यवहार" में इतनी ताकत तो जरूर होती है कि वह किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व के बारे में आसानी से बता सके..!!! गुंजन शिशिर

Anchal Thakurain (@anchal_ki_kalam) 's Twitter Profile Photo

चाँढ छिपजे तारा छ़िपजे बादलिया घिर आवे जी परदेसां बेठया साजण ने माँझल रातां बुळावै जी। पीळी चूँदड मायं निरखूं पीळी होंवती काया म्हारी जोयै जोयै बाट ओ थारी आँख्यां होयै गई रे काळी। घुमटियाँ बण बण घूमता जुजला हँसै सै इतरावे जी परदेसां बेठ्या साजण नै मांझल रातां बुलावै जी। #लेखा

चाँढ छिपजे तारा छ़िपजे
बादलिया घिर आवे जी
परदेसां बेठया साजण ने
माँझल रातां बुळावै जी।

पीळी चूँदड मायं निरखूं
पीळी होंवती काया म्हारी
जोयै जोयै बाट ओ थारी
आँख्यां होयै गई रे काळी।

घुमटियाँ बण बण घूमता
जुजला हँसै सै इतरावे जी
परदेसां बेठ्या साजण नै
मांझल रातां बुलावै जी।
#लेखा
मधुलिका…“सुकून” (@_sukoon) 's Twitter Profile Photo

डर लगता है अब भरोसे को आज़माने से गर टूट गया तो हाथ से सब छूट जायेगा…

राध्या (@radhya_s) 's Twitter Profile Photo

तुम्हारे शब्दों के स्वर मोती तुम्हारी जादुई सी कविता, मन की बगिया में रचे बसें पुष्पों की तरह झुके झूमें! इनको सहेजकर प्रेम-सूत्र में पिरो लेना, हृदय में सजाकर अपनी कविता बना लेना! उन्हें गूंथ देना मेरी वेणी में महका देना तन-मन को, यादों में मेरे बसकर थामें रखना हाथ कसकर #बज़्म

Nidhi Singh (@nidhisinghiitr) 's Twitter Profile Photo

हर एक अहसास धीरे-धीरे खत्म… होते गए मेरें, जब तेरी रूसवाईयों का आईना मुझसें रूबरू हुआ। मेरी हर सुबह को आग लगी और मेरी हर शाम हुई धुआँ - धुआँ। निधि "मानसिंह" ✍️ #छोटा_दरवाज़ा

हर  एक अहसास
धीरे-धीरे खत्म…
होते गए मेरें,
     जब तेरी रूसवाईयों का
    आईना मुझसें रूबरू हुआ।
मेरी हर सुबह को आग लगी
और मेरी हर शाम हुई
     धुआँ - धुआँ।

निधि "मानसिंह" ✍️
#छोटा_दरवाज़ा
कसकk (@kasakk25) 's Twitter Profile Photo

अब फिर झगड़ा करेगा... ख़ुदाया वो इतने प्यार से पेश आता ही क्यों है ? निर्मोही @ ❣️😏