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MAHESH KUMAR BAZIA

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ID: 880368511

calendar_today14-10-2012 15:26:59

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Anyone resides in Bhopura-Loni area please support to below mission by signup it. Loni मांगे Metro - Sign the Petition! chng.it/vTk4yzz9 via Change.org India

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भौपुरा चौक से होते हुए लोनी तक मेट्रो लाइन की मंजूरी मिलना बहुत आवश्यक है। जिससे इस क्षेत्र के बहुमंजिला इमारतों की सोसायटियों के विकास को गति प्रदान किया जा सकता है और इस क्षेत्र के लोगो को दिल्ली में अपने सेवा दायित्वों को निभाने के रोजाना की ट्रेफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी।

भौपुरा चौक से होते हुए लोनी तक मेट्रो लाइन की मंजूरी मिलना बहुत आवश्यक है। जिससे इस क्षेत्र के बहुमंजिला इमारतों की सोसायटियों के विकास को गति प्रदान किया जा सकता है और इस क्षेत्र के लोगो को दिल्ली में अपने सेवा दायित्वों को निभाने के रोजाना की ट्रेफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी।
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नमस्कार जिलाधीश महोदय जी। गाजियाबाद जिला का हवाई सर्वेक्षण करना, आपका बहुत ही सराहनीय कार्य है। जिससे जनता की समस्याओं का हल निकाल कर उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके। आपका एक दौरा जीडीए की कोयल एन्क्लेव आवासीय योजना, गगन विहार, भोपुरा, गाजियाबाद में भी होना चाहिए। जिससे कुछ हल हो

नमस्कार जिलाधीश महोदय जी। गाजियाबाद जिला का हवाई सर्वेक्षण करना, आपका बहुत ही सराहनीय कार्य है। जिससे जनता की समस्याओं का हल निकाल कर उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके। आपका एक दौरा जीडीए की कोयल एन्क्लेव आवासीय योजना, गगन विहार, भोपुरा, गाजियाबाद में भी होना चाहिए। जिससे कुछ हल हो
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कोयल एन्क्लेव आवासीय योजना में स्थित फ्लैट्स को बेचने के लिए जीडीए की 'पहले आओ पहले पाओ योजना' को पिछले दो साल से खरीददार नहीं मिल रहे हैं। फिर भी जीडीए प्रशासकों को इन जर्जर हो रहे भवनों की मरम्मत कार्य भी करवाने चाहिए।

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जीडीए की दोषपूर्ण कार्य प्रणाली के कारण कोयल ऐन्कलेव आवासीय सोसाइटियों के इन भवनों की मरम्मत कार्य करवाने के बजाय जीडीए के द्वारा इन टूटे फूटे भवनों को बेचने के लिए बार-बार 'पहले आओ पहले पाओ योजना' का पिछले दो साल से असफल प्रयास किए जा रहे है। और मरम्मत कार्य पर कोई संज्ञान नहीं।

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जीडीए, गाजियाबाद द्वारा निर्मित कोयल ऐन्कलेव आवासीय योजना के पक्के घर वाले भवनों से अधिक आयु गांव में बनाये गए कच्चे घरों की होती हैं। इस सम्बन्ध जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायतों पर भी बिना कोई संज्ञान लिए, मिथ्या जवाब लगाकर अभियंताओ द्वारा निस्तारण किया जा रहा हैं।

जीडीए, गाजियाबाद द्वारा निर्मित कोयल ऐन्कलेव आवासीय योजना के पक्के घर वाले भवनों से अधिक आयु गांव में बनाये गए कच्चे घरों की होती हैं। इस सम्बन्ध जनसुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायतों पर भी बिना कोई संज्ञान लिए, मिथ्या जवाब लगाकर अभियंताओ द्वारा निस्तारण किया जा रहा हैं।
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मौका-ए-स्थल पर निवासियों को कब्जा प्राप्त करने के तीन साल बाद भी मूलभूत आवश्यक सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं। जबकि जीडीए द्वारा इन आवासीय परिसरों में पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा हैं जिसकी अशुद्धता का स्तर लगभग 4000 का हैं। तथा अग्निशमन उपकरण खराब और निष्क्रिय हैं। पी.एन.जी. का अभाव है

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पक्के घर, कच्चे घरों की भांति इनके हिस्से तीन से पांच साल में खराब निर्माण गुणवत्ता के कारण फटने लगे। जिससे इन भवनों के काॅलम, बीम और छज्जों में अनेकों दरारें देखी जा सकती हैं। तथा करीब दस भवनों के छज्जें टूट कर आंशिक या पूर्ण रूप से नीचे गिर गए है।

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कोयल एन्क्लेव आवासीय योजना के पांच हजार परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के सी.डब्ल्यू.आर. को पचपन लाख खर्च कर वर्ष 2014 में बनाया गया था। जिससे आज दस साल बाद भी योजना में पेयजल की आपूर्ति चालू नहीं हो पाई हैं। जिससे योजना के निवासी जहर समान 4000 टी.डी.एस. पानी पी रहे हैं।

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चारदीवारी की अपर्याप्त उंचाई और अपूर्ण स्थिति के कारण तथा प्राधिकरण द्वारा लगाए गए अभियंताओ और निरीक्षकों द्वारा अपने सेवा दायित्व को सहीं से निर्वहन नहीं करने से ऐसी समस्याए उत्पन्न हो गई हैं। जिससे भविष्य में यहां रहना ओर भी दुभर हो जायेगा। जीडिए द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाए।

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जीडीए द्वारा कोयल ऐन्कलेव आवासीय योजना में स्वयं द्वारा निर्मित सोसाइटी K-11-12, K-9 और K-10 में आधुनिक सुविधाओं का मिथ्या वादा कर शेष फ्लैट्स को पिछले साढे तीन साल से जनता को बेचने की कोशिश की जा रही हैं। जबकि मौका स्थल पर शुद्ध पेयजल, अग्निशमन उपकरण आदि मूलभूत सुविधा नहीं हैं।

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यहीं हाल योजना के बी और सी खण्ड के भवनों का भी है। आपातकालीन विद्युत आपूर्ती के जनरेटर में ईंधन की आपूर्ती भी समय पर नहीं होने से लगता है कि जीडीए ने हमारे और गाजियाबाद की जनता के विकास के ₹500 करोङ बर्बाद कर दिये। जिस पर कोई संज्ञान नहीं ले रहा हैं। तथा समस्याओं का हल नहीं है

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K11 के B खण्लिड की लिफ्टों का संचालन भी आपातकालीन पावर बैकअप के अभाव में रोजाना ठप हो जाता हैं। पैनल और जनरेटर खराब पङे हैं। कोई अनुरक्षण व्यवस्था नहीं है।

K11 के B खण्लिड की लिफ्टों का संचालन भी आपातकालीन पावर बैकअप के अभाव में रोजाना ठप हो जाता हैं। पैनल और जनरेटर खराब पङे हैं। कोई अनुरक्षण व्यवस्था नहीं है।
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जीडीए फ्लैट्स की K11, कोयल ऐन्कलेव आवासीय परिसर के भवनों की पार्किंग में जलभराव, लिफ्टों में आपातकालीन पावर बैकअप का अभाव, शुद्ध पेयजल का अभाव, भवनों का कोई अनुरक्षण नहीं और अधिकारियों की उदासीन रवैए से 4000 TDS के पानी के ऑवर फ्लो से इन भवनों को जर्जर बनाया जा रहा हैं। संज्ञान?

जीडीए फ्लैट्स की K11, कोयल ऐन्कलेव आवासीय परिसर के भवनों की पार्किंग में जलभराव, लिफ्टों में आपातकालीन पावर बैकअप का अभाव, शुद्ध पेयजल का अभाव, भवनों का कोई अनुरक्षण नहीं और अधिकारियों की उदासीन रवैए से 4000 TDS के पानी के ऑवर फ्लो से इन भवनों को जर्जर बनाया जा रहा हैं। संज्ञान?
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इस आवासीय भवन का जीडीए को करीब ₹25+अन्य शुल्क ₹4लाख चाहिए। ऐसी लूट का कौन शिकार होना चाहेगा। इसलिए यह आवासीय योजना दिल्ली की जङों में होते हुए भी अप्रिय योजना बन गई। फिर भी अधिकारी इसे सुधार कर बेचने के बजाय अपने भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया हैं। जिसका अनुरक्षण शुल्क ₹4/व. फुट