#MiraclesOfTrueWorship
भूत-प्रेत, पित्तर-भैरव-बेताल जैसी आत्माऐं सतभक्ति करने वाले परिवार के आसपास नहीं आती। देवता उस भक्त परिवार की सुरक्षा करते हैं।
True Guru Sant Rampal Ji
#SaviorOfTheWorldSantRampalJi
नास्त्रेदमस ने भविष्यवाणी की है कि "ठहरो राम - राज्य आ रहा है। एक महापुरुष पूरे विश्व में स्वर्ण युग लायेगा। जिसके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा।"
वह महापुरुष और कोई नहीं संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
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राजस्थान के रुणीचा वाले बाबा रामदेव जी ने अपनी पुस्तक
‘चौबीस प्रमाण' में लिखा है कि, वो तारणहार संत जाट जाति से होगा, वह कलयुग में सतयुग लाएगा, उस संत की एक पहचान और भी होगी कि वह कविर्देव के गुण गाएगा, वह तारणहार संत हरियाणा में होगा। यह
#SaviorOfTheWorldSantRampalJi
एक धार्मिक नेता ऐसा नया ज्ञान बताएगा जो न किसी ने न सुना, न बताया है। - नास्त्रेदमस
गुप्त बनी हुई दैवीय शक्ति समेत काल जाल से निकलने का प्रमाणित ज्ञान व सतलोक के स्थाई सुख की जानकारी देना संत रामपाल जी महाराज ने 1994 से प्रारंभ किया जोकि कोई नहीं
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नास्त्रेदमस ने कहा था स्वतंत्रता के चार वर्ष बाद 1951 में भारत में एक महान संत का जन्म होगा जो विश्व को नए ज्ञान से परिचित कराएगा। वह महान संत बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी हैं जिनका जन्म 8 सितंबर 1951 को हुआ और आज तक किसी ने नहीं बताया, ऐसा
#SaviorOfTheWorldSantRampalJi
संत रामपाल जी महाराज जी का जन्म 8 सितंबर 1951 को गांव- धनाना, जिला सोनीपत, हरियाणा में एक जाट किसान के परिवार में हुआ। अपनी पढ़ाई पूरी करके हरियाणा राज्य में सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर की सरकारी पोस्ट पर 18 वर्ष तक कार्यरत रहे।
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"वह अवतार जिसकी लोग प्रतीक्षा कर रहे हैं, वह 20 वर्ष का हो चुका है।" - जयगुरुदेव
जय गुरुदेव पंथ के संस्थापक तुलसीदास जी द्वारा 7 सितंबर 1971 को लिखी उपरोक्त भविष्यवाणी सिर्फ संत रामपाल जी महाराज पर ही सही बैठती है क्योंकि 8 सितंबर 1951 को अवतरित
#सनातनधर्म_का_पुनरुत्थान
वैष्णों देवी, नैना देवी, ज्वाला देवी तथा अन्नपूर्णा देवी के मंदिरों की स्थापना कैसे हुई?
जानने के लिए हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।
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#सनातनधर्म_का_पुनरुत्थान
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#सनातनधर्म_का_पुनरुत्थान
18 पुराण किस तरह के शास्त्र हैं?
पुराणों में किस तरह का ज्ञान दिया गया है?
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#सनातनधर्म_का_पुनरुत्थान
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता बोलने वाले प्रभु ने अपने से अन्य किस परमेश्वर की शरण में जाने को कहा है?
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#सनातनधर्म_का_पुनरुत्थान
शिवलिंग की पूजा कैसे प्रारंभ हुई?
● क्या शिवलिंग की पूजा से कोई लाभ संभव है?
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#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस
विक्रमी संवत 1570 (सन 1513) में परमेश्वर कबीर जी ने काशी (उ•प्र•) में 18 लाख साधु संतों को भंडारा करवाया था जो 3 दिन तक कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष को प्रारंभ हुआ था मंगसर (माघशीर्ष) की कृष्ण पक्ष एकम(प्रथमा) को सम्पन्न हुआ था। वर्तमान में संत रामपाल जी
#दिव्य_धर्म_यज्ञ_दिवस
आज से 510 वर्ष पूर्व काशी नगर में पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी ने अपने अन्य केशो बंजारा रूप में 18 लाख साधु संतों को तीन दिनों तक खुला भंडारा कराया था। इसी उपलक्ष्य में नि:शुल्क विशाल भंडारा व कई धार्मिक आयोजन किये जायेंगे। संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य मे