Divyansh Pratap yadav (@divyansh_p91051) 's Twitter Profile
Divyansh Pratap yadav

@divyansh_p91051

ID: 1906377928989958144

calendar_today30-03-2025 16:09:38

6 Tweet

14 Followers

734 Following

Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) 's Twitter Profile Photo

PDA 90% जनता की एकता का नाम है PDA संविधान और आरक्षण की ढाल है!

Dhruv Rathee (@dhruv_rathee) 's Twitter Profile Photo

Why is BJP IT Cell so annoyed with my video? Just because I challenged these people to say “Bhartiya Ekta Zindabad” They can’t say that because they have the same agenda as terrorists. They want to break India and divide Indians into Hindus and Muslims.

ANIL (@anilyadavmedia1) 's Twitter Profile Photo

ये Super Star नेता अगर प्रधानमंत्री होता तो अब तक मुजफ्फराबाद मेँ तिरंगा लहरा रहा होता, और फिजाओं मेँ वन्दे मातरम गूंज रहा होता, पिए दूध, खाये खीर, सोलह दुश्मन, एक अहीर,,

ये Super Star नेता अगर प्रधानमंत्री होता तो 
अब तक मुजफ्फराबाद मेँ तिरंगा लहरा रहा होता,
और फिजाओं मेँ वन्दे मातरम गूंज रहा होता,

पिए दूध, खाये खीर,
सोलह दुश्मन, एक अहीर,,
Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) 's Twitter Profile Photo

जो ‘FOR PM’ की रेस में थे उन्होंने ‘4PM’ को बंद करवा दिया है। उप्र से चलनेवाले देश के सबसे लोकप्रिय चैनलों में से एक 4PM चैनल की अभिव्यक्ति का गला घोंटकर जिन्होंने लोकतंत्र की आवाज़ की हत्या की है, जनता उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगी। उप्र में अन्याय का राज ‘महा अन्यायराज’ की ओर

जो ‘FOR PM’ की रेस में थे उन्होंने ‘4PM’ को बंद करवा दिया है। 

उप्र से चलनेवाले देश के सबसे लोकप्रिय चैनलों में से एक 4PM चैनल की अभिव्यक्ति का गला घोंटकर जिन्होंने लोकतंत्र की आवाज़ की हत्या की है, जनता उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगी। 

उप्र में अन्याय का राज ‘महा अन्यायराज’ की ओर
Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) 's Twitter Profile Photo

जाति जनगणना सिर्फ आंकड़े नहीं, सामाजिक न्याय की नींव है। ये समाजवादी सोच की जीत है और शोषितों-पीड़ितों व पी.डी.ए. की आवाज़ को मान्यता देने का समय है। #जाति_जनगणना

Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) 's Twitter Profile Photo

नेता जी ने संसद में जातिवार जनगणना का मुद्दा केंद्र की हर सरकार में पुरज़ोर तरीक़े से उठाया था क्योंकि वो जानते थे कि जाति की गणना न कराने से कमज़ोर-पिछड़ों के अधिकारों की हक़मारी की जा रही है। नेता जी अत्याचार, उत्पीड़न, शोषण और पिछड़ेपन के दंश को जानते थे और ये मानते थे कि जब