
Dilip V. Patil
@dilipatil
Dharmo hinsa tathaivach.
Rashtra/Dharmo hit sarvopari,
Bhartiya,
kattar Nationalist,
sanatani Hindu.
Namaste sada,
vatsale matrubhumi🙏
FB100%.
unfollw=unfollw.
ID: 2440527757
12-04-2014 19:36:55
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Panchjanya एक निर्दोष की जिंदगी के वो 43 साल कौन लौटाएगा जो उसने घुट घुट कर और एक हत्यारे के ठप्पे के साथ जेल में काटे हैं? उसके परिवार के 43 साल लम्बे दुःख, अपमान, बदनामी का क्या? क्या कानून इस निर्दोष को झूठे हत्या के मुकदमे में फंसाने वालों को 43 साल के लिए जेल भेजेगा?



खुरपेंच Satire सही कहा इसमे वो गधे सरकारी वकील बन्ते है जिंन्हे कही रोजगार नही मिलता दरी उठाते उठाते उन्हें सरकारी वकील बनाया जाता है फिर ये दूसरी तरफ होकर माल कमाते है हो सब सेटल हो जाता है क्योंकि अपनी दम पर आगे कुछ कर नही पाना है

खुरपेंच Satire सरकारी वकील दोनों पक्षों से पैसे खाते हैं और बड़ी बेशर्मी से पीड़ित के मामले को पलट कर अदालत की गरिमा तार तार करते हैं। संविधान वकीलों द्वारा वकीलों का वकीलों के लिए हैं।

खुरपेंच Satire पूरी न्याय व्यवस्था ही सड़ चुकी है। किसी को न्याय मिलना एक न्यूज बन जाती है। Judicial reform बहुत ज़रूरी है।

खुरपेंच Satire कारण है पैसा पैसा और पैसा!

खुरपेंच Satire खुरपेच जी हमारे एक परिचित ने उप्र में 2012 में सरकारी वकील बनने के लिए 50 हजार रुपए दिए थे, आज का रेट नहीं पता है। उन्होंने केवल ज़मानत का विरोध न करके ही 3 महीने में ही इससे अधिक वसूल लिया था।



खुरपेंच Satire सौ बात की एक बात आप ऐसे जितने भी समस्याओं की सूची बना लिजिए मगर होना जाना कुछ भी नहीं है.तथाकथित आजादी के बाद से आजतक भारत में एक भी कार्य भारतीय संस्कृति के अनुरूप नहीं हुई है!भारत सैद्धांतिक धरातल पर आज भी गुलाम है. म्लेच्छ अमेरिका/ ब्रिटेन/पोप का आज भी भारत पर शासन है!

