#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
पवित्र बाईबल में लिखा है कि जीसस के शरीर छोड़ने के बाद कोई अन्य मसीहा विश्व में आएगा जो विश्व में शांति स्थापित करेगा।
वह कोई और नहीं जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
Almighty God Kabir
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
ईसा जी में फरिश्ते प्रवेश कर बोलते थे
एक स्थान पर ईसा जी ने कहा कि मैं याकूब से भी पहले था। संसार की दृष्टि से याकूब ईसा जी का दादा था। यदि ईसा जी की आत्मा होती तो यह नहीं कहती कि मैं याकूब (अपने दादा) से भी पहले था।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
पवित्र बाईबल में लिखा है कि जीसस के शरीर छोड़ने के बाद कोई अन्य मसीहा विश्व में आएगा जो विश्व में शांति स्थापित करेगा।
वह कोई और नहीं जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
Almighty God Kabir
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
मांस खाने का आदेश परमेश्वर का नहीं है
प्रमाण:- कोरिंथियन 2:12, 17
एक आत्मा किसी में प्रवेश करके बोल रही है।
(17) हम उन लोगों में से नहीं है जो परमेश्वर के वचनों में मिलावट करते हैं।
इससे स्पष्ट है कि ईसा जी में अन्य फरिश्ते और अन्य आत्माएं भी बोलती हैं
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
🪴 Almighty God Kabir 🪴
हजरत ईसा जी में देव तथा पित्तर प्रवेश होकर बोलते थे।
प्रमाण : बाईबल अध्याय 2 कुरिन्थियों 2:12-17 पृष्ठ 259-260 में स्पष्ट लिखा है कि एक आत्मा नबी में प्रवेश करके बोल रही है।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
JESUS WAS THE SON OF GOD.
Lord Kabir is the eternal father of all souls. He never dies.
GOD KABIR ONLY IS WORTHY OF BEING WORSHIPPED
Almighty God Kabir
,,,,
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
ईसा जी की मृत्यु बाद परमेश्वर प्रकट हुए
ईसा जी को क्रश करने के बाद पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब, ईसा जी का रूप धारण करके अनेकों जगह प्रकट होकर शिष्यों को दिखाई देने लगे।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
ईसा जी की मृत्यु बाद परमेश्वर प्रकट हुए
यदि परमेश्वर नहीं आते तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भी व्यक्ति भक्ति साधना नहीं करता, नास्तिक हो जाते।
(प्रमाण पवित्र बाईबल में यूहन्ना 16: 4-15)
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
ईसा मसीह की मृत्यु के तीसरे दिन स्वयं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही आये थे भक्ति की लाज रखने के लिए। अन्यथा काल ब्रह्म भगवान से विश्वास ही उठा देता लोगों का।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
पवित्र बाईबल में लिखा है कि जीसस के शरीर छोड़ने के बाद कोई अन्य मसीहा विश्व में आएगा जो विश्व में शांति स्थापित करेगा।
वह कोई और नहीं जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
यीशु जी की जन्म-मृत्यु पहले ही निर्धारित थी*
हजरत यीशु का जन्म तथा मृत्यु व जो भी चमत्कार किए वे पहले ही ब्रह्म (यहोवा) के द्वारा निर्धारित थे ताकि उसके भेजे अवतार की महिमा बनी रहे और जब पूर्ण परमेश्वर का संदेशवाहक आये तो कोई उसका विश्वास न करें
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
परमेश्वर अमर है, लेकिन ईसा मसीह जी की मृत्यु हुई
हजरत ईसा मसीह की मृत्यु पूर्व ही निर्धारित थी। स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरे बारह शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
स्वयं ईसा जी ने कहा कि मेरे बारह शिष्यों में से ही एक मुझे विरोधियों को पकड़वाएगा। एक ईसा मसीह का खास यहूंदा इकसरौती नामक शिष्य था, जिसने तीस रूपये के लालच में अपने गुरु जी को विरोधियों के हवाले कर दिया।
(मत्ती 26ः24-55 पृष्ठ 42-44)
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
भ्रांति : ईसाई धर्म के लोग मानते हैं कि परमात्मा निराकार है।
सच्चाई : जबकि संत रामपाल जी महाराज पवित्र बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:26, 27 से बताते हैं कि परमेश्वर ने मानव को अपने स्वरूप में उत्पन्न किया। जिससे स्पष्ट है कि परमात्मा साकार है।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
भ्रांति: ईसाई धर्म के लोगों, मिशनरियों व पादरियों का मानना है कि बाइबिल में मांस खाने का आदेश परमेश्वर का है।
सच्चाई: जबकि संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
संत रामपाल जी महाराज बाइबिल के उत्पत्ति ग्रंथ 1:29 से बताते हैं कि प्रभु ने मनुष्यों के खाने के लिए जितने बीज वाले छोटे पेड़ तथा जितने पेड़ों में बीज वाले फल होते हैं वे भोजन के लिए प्रदान किए हैं। परमात्मा का आदेश माँस खाने का नहीं है.।
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
भ्रांति : ईसाई धर्म की मान्यता है कि क्रस किये जाने के तीन दिन बाद ईसा मसीह फिर से जिंदा हो गए थे।
सच्चाई : जबकि यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था बनाए रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात
#ईसाई_नहीं_समझे_HolyBible
पूर्ण परमात्मा ही भक्ति की आस्था रखने के लिए ईसा जी की मृत्यु के पश्चात् ईसा जी का रूप धारण करके प्रकट होकर ईसाईयों के विश्वास को प्रभु भक्ति पर दृढ़ रखा था, नहीं तो ईसा जी के पूर्व चमत्कारों को देखते हुए ईसा जी का अंत देखकर कोई भक्ति साधना नहीं करता