बिना पत्नी के पुरुष या तो वनमानुष होता है या फिर जोगी...
वनमानुष इसलिए क्योंकि उसे अपनी रखी गयी चीजों का ज्ञान नहीं रहता जबकि पत्नी जानती है कि बन्दा कहाँ फेंका होगा...
बिखरे घर को पत्नी ही समेटती है जबकि पुरुष की सोच यह होती है कि यदि यह वस्तु यहीं पड़ी रह जायेगी तो