Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile
Chhatra Das

@daschhatra

ID: 1426503517988999173

calendar_today14-08-2021 11:19:02

38,38K Tweet

159 Takipçi

59 Takip Edilen

Vinod Sahu Rjn 🇮🇳 (@vinod_sahu1993) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता ज्ञान का वक्ता कौन? पवित्र गीता का ज्ञान काल (ब्रह्म- ज्योति निरंजन) ने बोला है, न कि श्री कृष्ण जी ने। श्री कृष्ण जी ने कभी स्वयं को काल नहीं कहा। गीता में स्वयं काल ने अपना परिचय दिया है। Sant RampalJi YT Channel

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता ज्ञान का वक्ता कौन?
पवित्र गीता का ज्ञान काल (ब्रह्म- ज्योति निरंजन) ने बोला है, न कि श्री कृष्ण जी ने। श्री कृष्ण जी ने कभी स्वयं को काल नहीं कहा। गीता में स्वयं काल ने अपना परिचय दिया है।
Sant RampalJi YT Channel
Anita ✍️ (@real__anita) 's Twitter Profile Photo

गीता वाला काल कौन? काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त(मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा। #WhoIsKaal_InBhagavadGita Sant RampalJi YT Channel

गीता वाला काल कौन?
काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त(मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा। #WhoIsKaal_InBhagavadGita

Sant RampalJi YT Channel
Neeta Sahu (@neetasahu0) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita कुरुक्षेत्र के मैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय 11 श्लोक 32 में पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि ‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ। Sant RampalJi YT Channel

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
कुरुक्षेत्र के मैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय 11 श्लोक 32 में पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि ‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ।
Sant RampalJi YT Channel
𝘿𝙞𝙠𝙨𝙝𝙖 𝘾𝙝𝙖𝙤𝙧𝙖𝙨𝙞𝙮𝙖 (@real_diksha) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता वाला काल कौन? गीता अध्याय 18 श्लोक 43 में गीता ज्ञान दाता ने क्षत्री के स्वभाविक कर्मों का उल्लेख करते हुए कहा है कि ‘‘युद्ध से न भागना’’ आदि-2 क्षत्री के स्वभाविक कर्म हैं। इससे सिद्ध हुआ कि गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी ने नहीं बोला।

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता वाला काल कौन?
गीता अध्याय 18 श्लोक 43 में गीता ज्ञान दाता ने क्षत्री के स्वभाविक कर्मों का उल्लेख करते हुए कहा है कि ‘‘युद्ध से न भागना’’ आदि-2 क्षत्री के स्वभाविक कर्म हैं। इससे सिद्ध हुआ कि गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी ने नहीं बोला।
Vinod Sahu Rjn 🇮🇳 (@vinod_sahu1993) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता अध्याय 18 श्लोक 61:- (गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।) हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता अध्याय 18 श्लोक 61:-
(गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।)
हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।
Kabir Guruji✍️ (@kabirguruji0) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita 💫गीता बोलने वाला काल कौन❓ पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु अध्याय 11 श्लोक 32 में कह रहा है कि 'अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ।' Sant RampalJi YT Channel

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
💫गीता बोलने वाला काल कौन❓
पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु अध्याय 11 श्लोक 32 में कह रहा है कि 'अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ।'
Sant RampalJi YT Channel
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita 🙏गीता वाला काल कौन? काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त(मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा।🎎 Sant RampalJi YT Channel

#WhoIsKaal_InBhagavadGita

🙏गीता वाला काल कौन?
काल भगवान जो इक्कीस ब्रह्मण्ड का प्रभु है, उसने प्रतिज्ञा की है कि मैं स्थूल शरीर में व्यक्त(मानव सदृश अपने वास्तविक) रूप में सबके सामने नहीं आऊँगा।🎎
Sant RampalJi YT Channel
Ramesh Sen (@missionsatlok24) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता वाला काल कौन? गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ।

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता वाला काल कौन?
गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ।
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता अध्याय 18 श्लोक 43 में गीता ज्ञान दाता ने क्षत्री के स्वभाविक कर्मों का उल्लेख करते हुए कहा है कि ‘‘युद्ध से न भागना’’ आदि-2 क्षत्री के स्वभाविक कर्म हैं। इससे सिद्ध हुआ कि गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी ने नहीं बोला।🌍️ Sant rampalji maharaj

#WhoIsKaal_InBhagavadGita

गीता अध्याय 18 श्लोक 43 में गीता ज्ञान दाता ने क्षत्री के स्वभाविक कर्मों का उल्लेख करते हुए कहा है कि ‘‘युद्ध से न भागना’’ आदि-2 क्षत्री के स्वभाविक कर्म हैं। इससे सिद्ध हुआ कि गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी ने नहीं बोला।🌍️
Sant rampalji maharaj
Manoj kumar singh (@manojku77813374) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता वाला काल कौन? ‘‘गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’’:- जब कुरुक्षेत्र केमैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय11श्लोक 32 मेंपवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता वाला काल कौन?
‘‘गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’’:-
जब कुरुक्षेत्र केमैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय11श्लोक 32 मेंपवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ
Khushi Nirmalkar (@khushi142005) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita गीता अध्याय 7:24-25 में कहा है "मैं कभी किसी के सामने प्रकट नहीं होता"। जबकि श्रीकृष्ण तो सबके सामने प्रकट थे। इससे सिद्ध होता है गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने दिया। Sant RampalJi YT Channel

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
गीता अध्याय 7:24-25 में कहा है  "मैं कभी किसी के सामने प्रकट नहीं होता"।
जबकि श्रीकृष्ण तो सबके सामने प्रकट थे।
इससे सिद्ध होता है गीता का ज्ञान काल ब्रह्म ने दिया।
Sant RampalJi YT Channel
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita 🎀गीता अध्याय 11 श्लोक 32 मे काल कह रहा है कि मैं लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूँ। इस समय इन लोकों को नष्ट करने के लिये प्रकट हुआ हूँ। इसलिये जो प्रतिपक्षियों की सेना में स्थित योद्धा लोग हैं, तेरे युद्ध न करने से भी इन सबका नाश हो जायेगा।✒️

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
🎀गीता अध्याय 11 श्लोक 32 मे काल कह रहा है कि मैं लोकों का नाश करने वाला बढ़ा हुआ काल हूँ।
इस समय इन लोकों को नष्ट करने के लिये प्रकट हुआ हूँ। इसलिये जो प्रतिपक्षियों की सेना में स्थित योद्धा लोग हैं, तेरे युद्ध न करने से भी इन सबका नाश हो जायेगा।✒️
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita 🗾क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा। अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा। और जानें गूढ़ रहस्य। Sant RampalJi YT Channel✨

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
🗾क्या काल का रूप इतना भयंकर है कि जिसे देखकर अर्जुन जैसा योद्धा भी कांपने लगा।
अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा। और जानें गूढ़ रहस्य।
Sant RampalJi YT Channel✨
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita ♥️♦️ ‘‘गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’’:- जब कुरुक्षेत्र केमैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय11श्लोक 32 मेंपवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
♥️♦️
‘‘गीता ज्ञान श्री कृष्ण ने नहीं कहा’’:-
जब कुरुक्षेत्र केमैदान में पवित्र गीता जी का ज्ञान सुनाते समय अध्याय11श्लोक 32 मेंपवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita 🙏गीता अध्याय 18 श्लोक 61:- (गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।) हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
🙏गीता अध्याय 18 श्लोक 61:-
(गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।)
हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।
Vinod Sahu Rjn 🇮🇳 (@vinod_sahu1993) 's Twitter Profile Photo

#GodMorningWednesday "सच्चे गुरु को त्यागने वाला जीव" कबीर परमेश्वर जी ने कहा है: जो व्यक्ति सच्चे गुरु को त्याग देता है, वह करोड़ों जन्मों तक सर्प योनि में जन्म लेता है और नरक के भीषण कष्ट भोगता है। केवल सच्चे गुरु की शरण ही जीव को इस चौरासी लाख योनियों के दुःख से बचा सकती है।

#GodMorningWednesday
"सच्चे गुरु को त्यागने वाला जीव" 
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है:
जो व्यक्ति सच्चे गुरु को त्याग देता है, वह करोड़ों जन्मों तक सर्प योनि में जन्म लेता है और नरक के भीषण कष्ट भोगता है। केवल सच्चे गुरु की शरण ही जीव को इस चौरासी लाख योनियों के दुःख से बचा सकती है।
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#GodMorningWednesday कबीर परमेश्वर जी ने कहा है: जो व्यक्ति सच्चे गुरु को त्याग देता है, वह करोड़ों जन्मों तक सर्प योनि में जन्म लेता है और नरक के भीषण कष्ट भोगता है। केवल सच्चे गुरु की शरण ही जीव को इस चौरासी लाख योनियों के दुःख से बचा सकती है।

#GodMorningWednesday 
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है:
जो व्यक्ति सच्चे गुरु को त्याग देता है, वह करोड़ों जन्मों तक सर्प योनि में जन्म लेता है और नरक के भीषण कष्ट भोगता है। केवल सच्चे गुरु की शरण ही जीव को इस चौरासी लाख योनियों के दुःख से बचा सकती है।
Chhatra Das (@daschhatra) 's Twitter Profile Photo

#WhoIsKaal_InBhagavadGita ♥️🌍️गीता अध्याय 18 श्लोक 61:- (गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।) हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।

#WhoIsKaal_InBhagavadGita
♥️🌍️गीता अध्याय 18 श्लोक 61:-
(गीता ज्ञान दाता ने अपने से अन्य परमेश्वर की महिमा बताई है।)
हे अर्जुन ! शरीर रूप यंत्र में आरूढ़ हुए संपूर्ण प्राणियों को परमेश्वर अपनी माया से (उनके कर्मों के अनुसार) भ्रमण कराता हुआ सब प्राणियों के हृदय में स्थित है।