अगर ओबीसी जातियां सच में एससी एसटी ओबीसी की एकता चाहती है तो उन्हें सशर्त बहन मायावती जी का नेतृत्व स्वीकार करना चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं कर सकते तो इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि वो मनुवादी विचारधारा से ग्रसित है जिसकी वजह से वो एक दलित महिला का नेतृत्व स्वीकार नहीं करना चाहते
कांशीराम साहब हमारी पीढ़ी को भी आपकी ज़रूरत है काश आप हमारे समय में होते तो हम पूरी जान लगा देते बहुजन शासक बनाने में !!
लेकिन दुर्भाग्य है हमारा हमारी पीढ़ी का हम को मिले लालची लोभी अय्याश नेता जिनको सिर्फ अपनी तरक्की से मतलब है ना की सामाजिक उत्थान की !!
चंद्रशेखर में आपकी
अगर #जयभीम बोलना अपराध है तो हां हम अपराधी हैं जिसको जो उखाड़ना उखाड़ ले हम उसके बाप से भी नहीं डरते हैं।😡😡
जय भीम वाले री ट्वीट करें डरपोक लोग इस पोस्ट से दूर रहे।।
#जयभीम
मान्यवर श्री कांशीराम साहब बता रहे हैं कि बीएसपी का चुनाव चिह्न नीला झण्डा और उसपर हाथी ही क्यों हैं? सुनिए, उन्हें---
''बीएसपी की क्या पहचान,नीला झण्डा हाथी निशान''
घटना बिहार के भोजपुरी जिले की है. कमलेश कुशवाहा के घर बारात आयी थी. गांव की सड़कें छोटी होती हैं सो जाम लग गया.
सोशल मीडिया पर वायरल ख़बर के अनुसार इसी बीच बीजेपी नेता बबलू सिंह के लोग थार से गुजर रहे थे, उनकी गाड़ी जाम में फंस गई.
इन लोगों को गुस्सा आ गया की हमें तत्काल साइड
मान्यवर कांशीराम साहब के सच्चे सिपाही फटाफट लिखते जाए और इस ट्वीट को RT भी करते जाएं।
#9_अक्टूबर_चलो_लखनऊ
ताकि लोगों को मालूम चल सके कि अंबेडकरवादियों का जनसैलाब 9 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी में इकट्ठा होने जा रहा है।
पीछली बार बहनजी ने बुलाया भी नही था तब इतनी बड़ी भीड़ लखनऊ आ गई थी।
इसबार बहनजी ने ऐलान किया है तो जनसैलाब कैसा होगा इसका अंदाजा आपलोग लगा लीजिए। Mayawati
आज सर्वजन हिताय जागरूक यात्रा का शुभारम्भ कैमूर जिले से हुई जिसमें आज चैनपुर भभुआ और मोहनिया विधान सभा में BSP के राष्ट्रीय संयोजक माननीय श्री आकाश आनन्द जी ने बहन जी के संदेश को लोगों तक पहुँचाया.इस यात्रा को हर जगह हजारों की संख्या में आये हुए लोगों का आर्शीवाद मिला.जय भीम
रामभद्राचार्य जी को किसी ने कह दिया की बाबा साहब को संस्कृत नही आती थी और मान भी लिया. ऐसा ही हाल इन सभी का है. जानकारी कम. बाते ज्यादा.
बाबा साहब से जुडी हर घटना वॉल्यूम में दर्ज है. उसमे से एक घटना में जब मुम्बई में पढाते समय उन्हें सार्वजनिक पानी पीने से साथ पढाने वाले