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Ruchika Rai

@authorruchi

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calendar_today10-12-2019 19:32:56

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काश,उम्मीदों की बारिश हो कुछ ऐसी तन मन संग अंतरात्मा भिंगो दें। बहा ले जाएं अपने संग सारी झुझलाहटें धुल जाएं सारे किंतु परन्तु और फिर खुशियों की नई कोपलें निकल मन में एक नई उम्मीद को खिलने दे। #Kavita250

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Kahani250 इस सप्ताह संलग्न चित्र पर, एक ही टवीट में, एक कहानी लिखें और इस पोस्ट के जवाब में, हैशटैग #Kahani250 के साथ, 13.7.25 तक पोस्ट करें। सर्वश्रेष्ठ 10 में लकी ड्रा से एक कहानीकार को एक सुंदर नोटबुक/डायरी पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी (उसमें सूखे हुए फूल की कोई गारंटी नहीं 😀)

Kahani250
इस सप्ताह
संलग्न चित्र पर, एक ही टवीट में, एक कहानी लिखें और इस पोस्ट के जवाब में, हैशटैग #Kahani250 के साथ, 13.7.25 तक पोस्ट करें।
सर्वश्रेष्ठ 10 में लकी ड्रा से एक कहानीकार को एक सुंदर नोटबुक/डायरी पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी (उसमें सूखे हुए फूल की कोई गारंटी नहीं 😀)
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काश की इस बारिश में गलतफहमियों की हर दीवार ढह जाए। मन के सारे विकार धुल जाए और निखर जाए जीवन का हर कोना नई उम्मीदों संग। आँसूओं के संग हर दर्द बह जाए, गिरती बूँदें कानों में कुछ कह जाए और बरसती रहे प्रेम की बारिश जिससे हर नफरत मिट जाए। #Kavita250

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दिल की जमीं पर यादों की दस्तक, शोर मचाती हैं। कड़वी कसैली यादें जीवन में दर्द बढ़ाती हैं। मीठी सी यादें जिंदगी के बोझ को हल्का कर होठों पर मुस्कान लाती हैं। अतीत को वर्तमान से जोड़ती भविष्य के नए ख़्वाब दिखाती हैं। बेरंग जिंदगी को सतरंगी रंग खूबसूरत बनाती हैं। #Kavita250

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यादें कभी मरहम , कभी गम सी कभी चुभती शूल , कभी हैं फूल सी। वक़्त संग अक्सर धुंधली पड़ती मगर कभी दिल की खिड़की पर दस्तक देती। यादों को संभाल रखा, दिल की तिजोरी में। कभी बेशकीमती दौलत, कभी है आफत। जीवन को राह दिखाती, कभी आँसू तो कभी मुस्कान ला जिंदगी को राह दिखाती। #kavita250

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तेरे नाम की धुन, मेरे होठों से लगी है। ह्र्दय स्पंदन जैसे कोई राग छिड़ी है। संगीत प्रेम का, कानों में अमृत घुल गया है। तड़पते दिल को, जैसे सुकून मिल गया है। हर राग उदास है, प्रेम के इस मनोरम राग बिन। जैसे तड़पता है संगीत सुर, सुनहरे स्वप्निल साज बिन। #kavita250

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जख़्मों पर मेरे मरहम लगाना, बिना कहे ही हक जताना, मुश्किलों में साथ रहकर, मेरी मनःस्थिति को समझ जाना मेरे दिल को अच्छा लगा। अच्छा लगा तुम्हारा परवाह करना, नही कोई मुझसे चाह रखना, मेरे संग में मुस्कुराना, हँसकर मुझको गले लगाना, खुले दिल से है अपनाना। #Kavita250

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मुश्किल राहें जिंदगी की जब कभी मुझे तोड़ती। अपनी सी दुनिया के अपने लगते सारे रिश्ते, मुझसे मुँह फेरती। अच्छा लगा रेगिस्तान बीच जल का सोता बन तेरा आना प्यासी रूह को प्रेम से तृप्त कर जाना। अच्छा लगा बारिश बूँदों जैसा जीवन में तेरा आना। तन मन को भिंगोकर दिल को राहत पहुँचाना।

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उनींदी पलकों में बसा एक स्वप्न, जागते सोते देखते रहें की मुस्कान चेहरे की दिल का आईना हो और दिल मुस्कुराए जीवन में हो सदा हसीन पल। बंद मुट्ठी खोलें और स्वप्न हकीकत बन जाए जीवन के हर संघर्ष के बाद मिल जाए सदा हसीन पल। #Kavita250

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#kavita250 क्षितिज पर हो रहा धरती आकाश का मिलन। कल्पनाओं में डूब रहा देखकर ये मन। मिलेंगे दो प्रेमी क्षितिज के पार दुनियावी रीति रिवाज से दूर होगी प्रेम की शुभ शुरूआत होठों पर मुस्कान के साथ।

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#kavita250 धरती की सहनशीलता, आकाश का विस्तार लेकर जीवन में बढ़े और पाएं जिंदगी के खूबसूरत लम्हें तमाम दुश्वारियों के साथ। धरती जो धारण करें हमारे जीवन की हर ऊँच नीच आकाश विस्तार दे सोचों को और बताये जीवन है अनमोल जीवन है खास।

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#Kavita250 एक इकलौता आशा का दीपक तूफानों से है लड़ रहा। कभी तेज हवा संग बुझ रहा, फिर वो जल रहा। हौसले भी कुछ इस तरह टूटते बिखरते कमजोर पड़ते। कभी आँसूओं संग बुझती आशा, कभी उम्मीद की लौ जल रही। बस यही प्रार्थना कि आशा का दीपक बुझ न पाए। तूफान चाहे कितने आये दीपक की लौ जगमगाए।