सुनने में आ रहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी शंघाई शिखर सम्मेलन हेतु चीन जा रहे हैं और अमेरिका के प्रेसीडेंड डोनाल्ड ट्रंप भी शाश्वत सत्य स्थल जाने की तैयारी कर रहे हैं।
राहुल गांधी को अभी तक तो केवल अरुणजेटली जी का ही भूत डराता धमकाता
था, किन्तु अब बिहार वोटरलिस्ट से बाहर निकाले गए मृत मतदाता भी राह चलते मिलने की बात कही जा रही।लगता है राहुल पर किसी अकालमृत्यु प्रेतात्मा की साया चढ़ गयी है।निवारण के लिए इस साल पितृपक्ष में गया श्राद्धकरें
#बिहारचुनाव
जुटती है भीड़, पर वोट नहीं मिलने से कन्फ्यूज हूँ मैं,
सत्ता न मिलने के कारण मोदी, EVM,चुनाव आयोग से क्रुद्ध हूँ मैं,
इसीलिए देशभर में SIR के साथ, किन्तु बिहार में SIR के विरुद्ध हूँ मैं,
वैसे तो मुझे कई नाम से जानते हैं लोग, पर
राउल द विंची शुद्ध हूँ मैं।
#बिहारचुनाव,
आज ग्लोबलाइजेशन के युग में पढ़ाई, कमाई, रोजगार के लिए अन्तर राज्यीय या अन्तर राष्ट्रीय आब्रजन स्वाभाविक है, किन्तु बिहार का श्रमजीवी वर्ग जिस तरह से थोक समूह में तमिलनाडु,कर्नाटक जैसे राज्यों मेंजाता है, वह बता रहा कि कांग्रेस लालू ने बिहार को कंगाल कर डाला था।
#बिहार_SIR_के_साथ
तमिलनाडु का मुख्यमंत्री, बिहार के श्रमजीवी ,गरीब, मजदूरों को तमिलनाडु में गाली देकर भिखमंगा कहता है, उसी स्टालिन को राहुल और तेजस्वी ने बिहार रैली में बुलाकर यह दिखा दिया कि, SIR का विरोध केवल सत्ता के लिए है, इसका बिहार के गरीब मतदाताओं से कोई मतलब नहीं।
पत्रकार--खरगे जी! 2029 के चुनाव में कांग्रेस कितने प्रत्याशियों को उतारेगी।
खरगे--"यह बात तो हाई कमान ही बता सकती है।"
पत्रकार--" लेकिन कांग्रेस के हाई कमान तो आप ही हैं ना. आप तो कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।"
खरगे--" अरे भाई आप नहीं समझेंगे, मैं अध्यक्ष नहीं 'चमचाध्यक्ष हूँ".
बड़े हर्ष और आनन्द के साथ, समस्त विपक्षी दलों, राहुल गैंग और विघटन कारी समूहों को सूचित किया जाता है कि, जो काम आज बांग्ला देश, नेपाल में देखा जा रहा वह काम भारतीय जन्ताजनार्दन 2014 में ही शान्त पूर्ण ढंग से कर चुकी है, इसलिए अनावश्य चेष्टा करके अपने को लज्जित न करें।
मेरे समझ में न न्यायालय होना चाहिए, न कानून।बस "परम स्वतन्त्र न सिर पर कोई।भावे मनहुँ करै सब सोई।" किसी को मारना, गाली देना, अपहृत करना, या नारा खोलना, यह भी कोई अपराध है?बस कोर्ट की मानहानि भर अपराध माना जाय।
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राहुल गांधी जब कहते हैं कि ,"जनता मोदी से परेशान है" तो उनका जनता से तात्पर्य व्यापक अर्थ में, सोनिया, बाड्रा परिवार तथा जमानत पर घूमते भ्रष्टाचारी हैं, से ही समझा जाय।क्योंकि देश के सामान्य नागरिक परेशान होते तो मोदी-3 के लिए38.60% वोटों के साथ24 करोड़ मत नहीं मिलते।
जिस तरह से कांग्रेसी प्रवक्ताओं की टिप्पणियां राहुल गांधी को लेकर आ रही हैं, यह खतरे की घण्टी है।डूबती कांग्रेस को बचाने के लिए व अपने पक्ष में सहानुभूति जुटाने के लिए कांग्रेस किसी भी स्तर पर उतर सकती है इसलिए, राहुल गांधी की सुरक्षा बढाई जानी चाहिएKGB और CIA एजेंटों की कमी नहीं