
Alok Yadav
@aloktheshayar
नई नस्लों के हाथों में भी तबिंदा रहेगा,
मैं मिल जाऊंगा मिट्टी में क़लम ज़िंदा रहेगा।
बस यही है मेरा परिचय। एक शायर।
ID: 101485367
https://www.rekhta.org/poets/alok-yadav 03-01-2010 14:11:08
1,1K Tweet
812 Takipçi
102 Takip Edilen