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बोल की लब आजाद हैं तेरे🎙🎙
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ID: 1071042191127007239
07-12-2018 14:02:12
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राजस्थान विश्वविद्यालय में RSS के कार्यक्रम के खिलाफ आवाज़ उठाने पर राजस्थान NSUI के अध्यक्ष VINOD JAKHAR को गिरफ़्तार करने की मैं कड़ी निंदा करता हूँ। लोकतंत्र में अपनी आपत्ति दर्ज कराने का अधिकार सभी को है। आज जिस प्रकार से राजनीतिक दबाव में शिक्षा के संकुल में एक संगठन के

कल राजस्थान विश्वविद्यालय में NSUI Rajasthan कार्यकर्ताओं के साथ RSS और पुलिस के द्वारा की गई हिंसा में विश्वविद्यालय प्रशासन की गलती है। आखिर विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिसर में RSS को शस्त्र पूजन कार्यक्रम की अनुमति क्यों दी? विश्वविद्यालय प्रशासन और वाइस चांसलर RSS के दबाव में




क्या भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में किसी संगठन का विरोध करना इतना बड़ा गुनाह हो गया? हमारे साथी, हमारे बड़े भाई VINOD JAKHAR जी को पिछले 24 घंटे से राजस्थान पुलिस-प्रशासन एक थाने से दूसरे थाने घुमा रहा है। क्या विरोध करना गुनाह है? क्या Bhajanlal Sharma जी की सरकार में

राजस्थान में BJP और RSS ने पुलिस को अपना हथियार बना लिया है। NSUI राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष VINOD JAKHAR समेत सभी NSUI के साथियों को 24 घंटे से ज़्यादा समय बीत जाने के बाद भी कोर्ट में पेश नहीं किया गया, बल्कि अलग-अलग थानों में घुमाया जा रहा है। यह लोकतंत्र का खुला अपमान है।





राजस्थान के चिकित्सा मंत्री Gajendra Singh Khimsar के पास उस बच्चे की मौत का जवाब नहीं है जिसने जहरीली दवा पी ली।

राजस्थान NSUI के प्रदेश अध्यक्ष श्री VINOD JAKHAR जी समेत अन्य छात्र नेताओं को बिना किसी ठोस कारण दो दिन तक गैरकानूनी तौर पर हिरासत में रखना, उन्हें मानसिक यातनाएँ देना और फिर जेल भेज देना लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है। यह कृत्य तानाशाही सोच का प्रतीक है और संवैधानिक अधिकारों का



शिक्षा के मंदिर राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर में NSUI प्रदेश अध्यक्ष VINOD JAKHAR जी, उपाध्यक्ष महेश चौधरी जी, रामसिंह सामोता जी सहित NSUI कार्यकर्ताओं पर RSS और स्थानीय पुलिस द्वारा किया गया बर्बर लाठीचार्ज और फिर गिरफ्तारी लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा प्रहार है, जिसकी कड़ी