Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile
Rajesh Reddy

@rajeshreddyvb

ID: 2782544160

calendar_today31-08-2014 16:34:37

2,2K Tweet

27,27K Followers

67 Following

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

जितना होना था होके देख लिया अब न होने से कौन डरता है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

आईने में वो जब सँवरता है रंग आईने का निखरता है तारे तकते हैं उस दरीचे को जिस दरीचे में चाँद उभरता है नज़र आता है आईने में तू ख़ुदपे तेरा गुमाँ गुज़रता है जितना होना था होके देख लिया अब न होने से कौन डरता है चल दिया वो भी वक़्त की मानिंद वक़्त किसके लिए ठहरता है -राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

जीने हैं चार दिन में हज़ारों बरस के दुख अफ़साना ये तवील*भी है मुख़्तसर भी है *lamba - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

करने बैठेंगे जब ह़िसाब-किताब कुछ ख़ुदा की तरफ़ ही निकलेगा - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

जीते बग़ैर जीतने वालों के दौर में कुछ लोग हार जाते हैं हारे बग़ैर भी - राजेश रेड्डी Salaam Vinesh Phogat.

जीते बग़ैर जीतने वालों के दौर में
कुछ लोग हार जाते हैं हारे बग़ैर भी
- राजेश रेड्डी
Salaam Vinesh Phogat.
Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

बेवफ़ा है कि वफ़ादार, कहाँ देखता है इश्क़ माशूक़ का किरदार कहाँ देखता है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

ख़ुदसे बच कर भागना दुशवार है आईना दीवार था दीवार है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

हर कोई इस पार है बिछड़ा हुआ मुंतज़िर सबका कोई उस पार है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

ग़ज़ल मछलियाँ दरिया से हैं बेज़ार सब जाल में जाने को हैं तैयार सब आँख में आँसू अभी आए ही थे चल दिए उठ कर मिरे ग़मख़्वार सब बोझ सारा दोस्तों पर आ पड़ा मर गए जाकर कहाँ अग़यार सब साया-ए-दीवार में बैठा ही था जा छुपे साये पस-ए-दीवार सब - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

किसीके सामने रस्मन भी मुस्कुरा दूँ तो उदासियों को मिरी एतराज़ होता है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

हमको भी तेज़ लगती थी रफ़्तार वक़्त की लेकिन ये इन्तिज़ार से पहले की बात है - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

ग़ज़ल इक सफ़र रहगुज़र से बाहर हो एक परवाज़ पर से बाहर हो शह्र इक ढूँडते हैं नक़्शे में वो जो ख़ौफ़-ओ-ख़तर से बाहर हो उसकी तन्हाई का न आलम पूछ घर में रह कर जो घर से बाहर हो किसलिए अब कोई पढ़े अख़बार जब ख़बर ही ख़बर से बाहर हो - राजेश रेड्डी

Rajesh Reddy (@rajeshreddyvb) 's Twitter Profile Photo

मैंने तो दुश्मनों पे चलाए थे सारे तीर क्यों सुर्ख़ हो गया है मिरी आस्तीं का रंग - राजेश रेड्डी